पुलिस महकमें में बड़ा फेरबदल ,10 थानों में नए थानेदारों की तैनाती, 24 घंटे में संभालें जिम्मा
Bihar Police: विधानसभा चुनाव की आहट के बीच प्रशासनिक स्तर पर हलचल तेज हो गई है। 10 नए थानेदारों को अलग-अलग थानों की कमान सौंपी गई है।
Bihar Police: विधानसभा चुनाव की आहट के बीच प्रशासनिक स्तर पर हलचल तेज हो गई है। मुजफ्फरपुर जिले में पांच वर्ष से अधिक समय तक एक ही थाना में जमे पुलिस पदाधिकारियों का तबादला किया गया था और अब चुनाव की रणनीतिक तैयारियों को धार देने के लिए कई थानों में नए थानेदारों की नियुक्ति की गई है।
पुलिस केंद्र मुजफ्फरपुर में तैनात रहे संदीप पाठक को कपसी थाना भेजा गया है, जबकि विक्रम कुमार को कांग्रेस गढ़ थाना की जिम्मेदारी दी गई है। राजकुमार प्रसाद को नीम चौक, राजीव कुमार को केशोपुर, और सुधीर कुमार को शेरपुर थाना का प्रभारी बनाया गया है।इसी क्रम में रजनीश कुमार मिश्रा, प्रवीण कुमार, विनोद कुमार सिंह, प्रेम सिंह, और चंदन कुमार जैसे अनुभवी पुलिस पदाधिकारियों को भी विभिन्न स्थानों पर नए दायित्व दिए गए हैं।सूत्रों के अनुसार, यह तबादला विधानसभा चुनाव को लेकर की जा रही प्रशासनिक तैयारियों का हिस्सा है। पुलिस विभाग यह सुनिश्चित करना चाहता है कि संवेदनशील थानों पर निष्पक्ष और अनुभवी अधिकारियों की तैनाती हो ताकि शांति और कानून-व्यवस्था बनी रहे।आदेश के अनुसार, सभी पदाधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि वे तत्काल प्रभाव से अपने-अपने नव पदस्थापित थाना में योगदान करें। साथ ही, पुराने थाने से प्रभार सौंपने से पहले लंबित मामलों और जांचों की जानकारी देकर स्थानांतरण प्रक्रिया को पूरा करें।
वरिष्ठ अधिकारियों की ओर से जारी आदेश के अनुसार, मुजफ्फरपुर पुलिस केंद्र से 10 नए थानेदारों को अलग-अलग थानों की कमान सौंपी गई है। यह नियुक्ति सामान्य नहीं, बल्कि चुनावी दृष्टिकोण से बेहद महत्वपूर्ण मानी जा रही है। यह माना जा रहा है कि निष्पक्ष, निर्भीक और निष्कलंक चुनाव कराने के लिए जिले की कानून व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त करना प्राथमिकता बन चुकी है।
सूत्रों की मानें तो इन थानों में कई ऐसे पदाधिकारी नियुक्त किए गए हैं, जो या तो हाल ही में जिला बदली होकर आए हैं या फिर उनकी छवि सख्त और कर्मठ पुलिस पदाधिकारी की रही है। यह भी निर्देश दिया गया है कि सभी नव नियुक्त थानेदार 24 घंटे के भीतर अपने-अपने थाना क्षेत्र में योगदान दे दें।
प्रशासन का यह निर्णय जिले में एक तरफ जहां चुनावी माहौल को लेकर गंभीरता को दर्शा रहा है, वहीं दूसरी ओर इससे यह भी संकेत मिल रहा है कि इस बार कानून-व्यवस्था को लेकर कोई कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जिन थानों में बदलाव हुआ है, उनमें शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्र शामिल हैं।
जिले के सियासी और सामाजिक गलियारों में इस तबादले की खबर ने हलचल मचा दी है। लोगों की नजर अब नए थानेदारों के कामकाज पर टिकी है—क्योंकि आगामी दिनों में उनकी भूमिका सिर्फ थाना संचालन तक सीमित नहीं रहेगी, बल्कि लोकतंत्र की निष्पक्षता की रक्षा में भी अहम योगदान देना होगा।
चुनावी बेला में थानों में यह बदलाव आने वाले दिनों की रणनीति का एक सशक्त संकेत है—और यह साफ है कि प्रशासन अब हर मोर्चे पर खुद को तैयार कर रहा है।
रिपोर्ट: मणीभूषण शर्मा