Bihar News: बिहार का 'स्मार्ट पंचायत' बना मिसाल, मुजफ्फरपुर के जजुआर मध्य ने जीता राष्ट्रपति पुरस्कार

Bihar News: मुजफ्फरपुर जिले के कटरा प्रखंड का जजुआर मध्य पंचायत एक अनोखी मिसाल पेश कर रहा है। इस पंचायत ने बिहार के मुख्यमंत्री के स्मार्ट पंचायत बनाने के सपने को न सिर्फ साकार किया है

मुजफ्फरपुर के जजुआर मध्य ने जीता राष्ट्रपति पुरस्कार- फोटो : reporter

Bihar News: मुजफ्फरपुर जहाँ बिहार के कई पंचायतों में विकास के नाम पर केवल "लूट-खसोट" की शिकायतें आती हैं, वहीं मुजफ्फरपुर जिले के कटरा प्रखंड का जजुआर मध्य पंचायत एक अनोखी मिसाल पेश कर रहा है। इस पंचायत ने बिहार के मुख्यमंत्री के स्मार्ट पंचायत बनाने के सपने को न सिर्फ साकार किया है, बल्कि अपनी अत्याधुनिक सुविधाओं और मुखिया के ईमानदार प्रयासों के चलते राष्ट्रपति पुरस्कार भी जीता है।

CCTV से निगरानी, एम्बुलेंस से त्वरित सेवा और शुद्ध पेयजल

जजुआर मध्य पंचायत ने तकनीक और जनकल्याण का बेहतरीन संगम प्रस्तुत किया है। पूरे पंचायत को सीसीटीवी कैमरों से लैस कर दिया गया है, जिससे हर गतिविधि पर पैनी नज़र रखी जा सके। इस कदम से आपराधिक घटनाओं पर काफ़ी हद तक लगाम लगी है।इसके साथ ही, पंचायत ने अपने नागरिकों के स्वास्थ्य का भी पूरा ध्यान रखा है। बीमार लोगों को अस्पताल पहुँचाने के लिए पंचायत का अपना एम्बुलेंस है, जो 24 घंटे उपलब्ध रहता है। अब पंचायत के लोगों को सरकारी एम्बुलेंस का इंतज़ार नहीं करना पड़ता, बस एक कॉल पर एम्बुलेंस उनके दरवाज़े पर खड़ी मिलती है।पेयजल की समस्या को दूर करने के लिए पंचायत के अलग-अलग स्थानों पर आरओ मशीनें लगाई गई हैं, ताकि लोगों को शीतल और शुद्ध पानी मिल सके।

मुखिया सुमन नाथ ठाकुर की दूरदर्शिता और राष्ट्रपति सम्मान

जजुआर मध्य पंचायत को "स्मार्ट पंचायत" का रूप देने और पंचायती राज के सपने को पूरा करने का श्रेय मुखिया सुमन नाथ ठाकुर को जाता है, जिन्हें इसी असाधारण कार्य के लिए राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। लगातार दूसरी बार चुनाव जीतने वाले मुखिया सुमन नाथ ठाकुर ने बताया कि पंचायत का विकास तभी संभव है जब पंचायत प्रतिनिधि एकजुट होकर ईमानदारी से काम करते हैं।

बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में भी विकास की बयार

यह उपलब्धि और भी सराहनीय है क्योंकि जजुआर मध्य पंचायत एक बाढ़ प्रभावित इलाका है। इसके बावजूद, गाँव के हर टोले में पक्की सड़कें बनाई गई हैं, और हर घर तक समय पर पानी पहुँच रहा है। लोगों को सही माप के साथ राशन मिल रहा है, और शाम होते ही सोलर लाइटों से पूरा गाँव शहर की तरह रोशन हो जाता है।

युवाओं और बच्चों के शारीरिक विकास के लिए भी विशेष व्यवस्था की गई है। लोगों को फिट रखने के लिए एक फिटनेस पार्क बनाया गया है, और युवाओं को डे-नाइट मैच खेलने के लिए हाई मास्क लाइट वाला स्टेडियम भी तैयार किया गया है। मुखिया ठाकुर ने बताया कि राष्ट्रपति पुरस्कार से मिली राशि का उपयोग कर ही पंचायत ने अपना एम्बुलेंस खरीदा है और स्टेडियम का निर्माण कराया है, ताकि गाँव के बच्चे इधर-उधर भटकने की बजाय खेलकूद में अपनी ऊर्जा लगा सकें।जजुआर मध्य पंचायत ने वास्तव में बिहार के अन्य पंचायतों के लिए एक मिसाल कायम की है, यह साबित करते हुए कि यदि इरादे नेक हों तो सरकारी योजनाओं का सीधा लाभ जनता तक पहुँचाया जा सकता है।

रिपोर्ट-मणिभूषण शर्मा