Bihar News : हाजीपुर–मुजफ्फरपुर बाईपास की हुई शुरुआत, डीएम बोले-कम होगा ट्रैफिक का दवाब, लोगों को जाम से मिलेगी राहत

Bihar News : मुजफ्फरपुर में बाईपास की शुरुआत हो गयी है. जिसके बाद डीएम ने कहा की इससे ट्रैफिक का दवाब कम होगा. साथ लोगों को जाम से राहत मिलेगी......पढ़िए आगे

नए बाiइपास की शुरुआत - फोटो : MANIBHUSHAN

MUZAFFARPUR : जिले के विकास और यातायात सुधार की दिशा में एक ऐतिहासिक दिन शनिवार को दर्ज हुआ, जब  हाजीपुर–मुजफ्फरपुर बाईपास को आम जनमानस और वाहनों के लिए खोल दिया गया। यह बहुप्रतीक्षित एवं बहुपयोगी परियोजना न केवल मुजफ्फरपुर वासियों के लिए राहत लेकर आई है, बल्कि संपूर्ण उत्तर बिहार के आवागमन को सुगम बनाने में मील का पत्थर साबित होगी। जिला पदाधिकारी सुब्रत कुमार सेन के नेतृत्व में जिले में आधारभूत संरचनाओं के सुदृढ़ीकरण और सर्वांगीण विकास के निरंतर प्रयासों का यह परिणाम है कि आज यह बाईपास साकार रूप में जिलावासियों को समर्पित हुआ।

जाम से राहत और सुगम यातायात व्यवस्था

हाजीपुर–मुजफ्फरपुर बाईपास के चालू होने से शहर की यातायात व्यवस्था में क्रांतिकारी परिवर्तन आने वाला है। 18 किलोमीटर लंबे इस बाईपास के शुरू होने से अब भारी वाहन, जो पहले शहर के बीच से गुजरते थे, सीधे बाहरी रूट से होकर अपने गंतव्य की ओर बढ़ सकेंगे। इससे शहर के भीतर ट्रैफिक जाम की पुरानी समस्या से बड़ी राहत मिलेगी। हाजीपुर–दरभंगा, सीतामढ़ी, मोतिहारी और वैशाली की ओर जाने वाले वाहनों को अब शहर में प्रवेश करने की आवश्यकता नहीं होगी। इससे न केवल जाम में कमी आएगी, बल्कि ईंधन की बचत और प्रदूषण में गिरावट भी दर्ज होगी। वाहन चालकों को अब घंटों तक ट्रैफिक में फंसने की परेशानी नहीं होगी। शहर के निवासियों के लिए यह न केवल सुविधा, बल्कि राहत की सांस लेकर आया है। इससे समय की बचत होगी और सड़क सुरक्षा में भी उल्लेखनीय सुधार होगा।

अत्याधुनिक तकनीक से तैयार, ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों को जोड़ा गया

यह बायपास आधुनिक तकनीकी मानकों के अनुरूप तैयार किया गया है। इसके अंतर्गत 66 अंडरपास, 4 माइनर ब्रिज और 1 आरओबी (रेलवे ओवरब्रिज) का निर्माण किया गया है।इन संरचनाओं के माध्यम से ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के बीच आवागमन का मजबूत तंत्र विकसित हुआ है। अंडरपास के जरिए आसपास के गांवों को जोड़ा गया है, जिससे किसानों, व्यापारियों, विद्यार्थियों और आम नागरिकों को निर्बाध आवाजाही की सुविधा मिलेगी। अब ग्रामीणों को मुख्य मार्ग पार करने के लिए शहर के भीतरी हिस्सों में नहीं जाना पड़ेगा, जिससे दुर्घटनाओं की संभावना भी घटेगी। यह बाईपास राष्ट्रीय राजमार्ग-63.17 खंड का हिस्सा है और हाजीपुर से मुजफ्फरपुर तक यात्रियों को बेहतर कनेक्टिविटी प्रदान करेगा। इसके निर्माण से न केवल मुजफ्फरपुर शहर में ट्रैफिक दबाव घटेगा, बल्कि दरभंगा, मोतिहारी, सीतामढ़ी, वैशाली और समस्तीपुर जैसे पड़ोसी जिलों के यात्रियों को भी इसका लाभ मिलेगा।

विकास की नई दिशा — औद्योगिक और व्यापारिक प्रगति को मिलेगा बल

हाजीपुर–मुजफ्फरपुर बाईपास सिर्फ एक सड़क नहीं, बल्कि यह जिले के आर्थिक विकास, औद्योगिक निवेश और पर्यटन विस्तार की दिशा में एक मजबूत कदम है। इस बाईपास से जहां शहर में भीड़भाड़ कम होगी, वहीं औद्योगिक क्षेत्रों तक पहुंच सुगम होगी। इसके परिणामस्वरूप क्षेत्र में निवेश की संभावनाएं बढ़ेंगी और रोजगार सृजन के नए अवसर पैदा होंगे। इससे मुजफ्फरपुर का संपर्क दरभंगा, मोतिहारी और पटना जैसे प्रमुख व्यापारिक वाणिज्यिक केंद्रों से और तेज़ हो जाएगा। यात्रा समय में उल्लेखनीय कमी आएगी, जिससे व्यापारिक गतिविधियों को गति मिलेगी। विकास के इस नए अध्याय के साथ मुजफ्फरपुर जिले को वह बुनियादी ढांचा मिल गया है, जिसकी प्रतीक्षा लोग वर्षों से कर रहे थे।

जिला पदाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने कहा

“हाजीपुर–मुजफ्फरपुर बाईपास का शुभारंभ मुजफ्फरपुर और आसपास के जिलों के लिए ऐतिहासिक उपलब्धि है। इस मार्ग के शुरू होने से शहर के अंदर ट्रैफिक का दबाव काफी कम होगा और नागरिकों को बड़ी राहत मिलेगी। यह मार्ग न केवल आवागमन को सुगम बनाएगा बल्कि औद्योगिक, व्यापारिक और पर्यटन विकास को भी नई दिशा देगा। उन्होंने आगे कहा की "यह परियोजना हमारे जिले की दीर्घकालिक योजना का एक अहम हिस्सा है, जो आधारभूत संरचना को सशक्त बनाकर सर्वांगीण विकास का रास्ता प्रशस्त करेगी। मैं जिलावासियों से अपील करता हूं कि वे यातायात नियमों का पालन करें, सड़क सुरक्षा का ध्यान रखें और इस नई सुविधा का जिम्मेदारीपूर्वक उपयोग करें।” जिलाधिकारी ने ट्रैफिक डीएसपी एवं जिला परिवहन पदाधिकारी को निर्देश दिया है कि बाईपास पर आवश्यक यातायात प्रबंधन, सुरक्षा संकेतक, लाइटिंग और पेट्रोलिंग की पूरी व्यवस्था सुनिश्चित की जाय ताकि आम नागरिकों को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो।

मुजफ्फरपुर से मणिभूषण की रिपोर्ट