सीएसपी लूट कांड का सनसनीखेज खुलासा: 4 दिनों के भीतर 5 अपराधी दबोचे गए, हथियार और लूटी गई राशि बरामद

सीएसपी संचालक से 2.25 लाख की लूट का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। एसटीएफ और स्थानीय पुलिस की टीम ने 5 अपराधियों को हथियार और लूटे गए लैपटॉप के साथ गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।

Muzaffarpur - मुजफ्फरपुर जिले की पुलिस ने बरियारपुर थाना क्षेत्र में हुई सीएसपी संचालक लूट कांड का महज चार दिनों के भीतर पर्दाफाश कर दिया है। पुलिस ने इस मामले में 5 अपराधियों को दबोच लिया है, जिनके पास से हथियार, लूट की राशि और नशीले पदार्थ बरामद हुए हैं। एसएसपी सुशील कुमार के दिशा-निर्देश पर गठित विशेष टीम ने तकनीकी और गुप्त सूचना के आधार पर इस कार्रवाई को सफलतापूर्वक अंजाम दिया है।

दिनदहाड़े पिस्टल की नोक पर हुई थी बड़ी लूट

वारदात 22 दिसंबर की सुबह करीब 10 बजे हुई थी, जब मड़वन स्थित सेंट्रल बैंक के सीएसपी संचालक अंकुर कुमार अपने घर से काम पर निकल रहे थे। बरियारपुर थाना क्षेत्र में एक बाइक पर सवार तीन बेखौफ अपराधियों ने उन्हें रोक लिया और पिस्टल सटाकर आतंकित कर दिया। लुटेरों ने अंकुर कुमार से 2 लाख 25 हजार रुपये नकद, उनका लैपटॉप, पासबुक और अन्य दस्तावेज लूट लिए और फरार हो गए। इस घटना से जिले के व्यवसायियों और सीएसपी संचालकों में भारी आक्रोश और डर का माहौल था।

एसएसपी ने बनाई एसटीएफ और पुलिस की विशेष टीम

दिनदहाड़े हुई इस वारदात को पुलिस ने चुनौती के रूप में लिया। वरीय पुलिस अधीक्षक सुशील कुमार ने मामले की गंभीरता को देखते हुए एसडीपीओ ईस्ट-2 मनोज कुमार सिंह के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया। इस टीम में बरियारपुर थाना पुलिस के साथ-साथ बिहार एसटीएफ (STF) को भी शामिल किया गया। टीम ने घटना के तुरंत बाद वैज्ञानिक अनुसंधान शुरू किया और अपराधियों के भागने के रूट तथा उनके संभावित ठिकानों पर जाल बिछाना शुरू कर दिया।

गनियारी पुल के पास पुलिस की सटीक घेराबंदी

विशेष टीम को 26 दिसंबर को पुख्ता सूचना मिली कि लूट में शामिल अपराधी बरियारपुर के गनियारी पुल के समीप किसी नए कांड की फिराक में एकत्रित हुए हैं। सूचना मिलते ही पुलिस टीम ने इलाके की घेराबंदी कर छापेमारी की, जहाँ से पांच अपराधियों को रंगे हाथ दबोच लिया गया। पकड़े गए अपराधियों की पहचान दीपू कुमार, सुंदरम कुमार, नितेश कुमार, विशाल कुमार और सोनू कुमार के रूप में हुई है। ये अपराधी मुजफ्फरपुर और वैशाली जिले के अलग-अलग थाना क्षेत्रों के रहने वाले हैं।

हथियार, लूटा गया लैपटॉप और नकदी बरामद

पुलिस ने गिरफ्तार अपराधियों की तलाशी ली तो उनके पास से अवैध हथियार, जिंदा कारतूस और मादक पदार्थ बरामद हुए। सबसे अहम सफलता यह रही कि पुलिस ने अपराधियों के पास से सीएसपी संचालक से लूटा गया लैपटॉप और लूट की राशि में से 8,050 रुपये नकद भी बरामद कर लिए। इसके अलावा उनके पास से कई ऐसे साक्ष्य मिले हैं जो उन्हें सीधे तौर पर 22 दिसंबर की घटना से जोड़ते हैं। पुलिस इसे एक संगठित गिरोह मान रही है जो राहजनी और बैंक संचालकों को निशाना बनाता था।

पूछताछ के बाद जेल भेजे गए सभी अपराधी

वरीय पुलिस अधीक्षक सुशील कुमार ने प्रेस को जानकारी देते हुए बताया कि अपराधियों ने अपना गुनाह कबूल कर लिया है। उन्होंने बताया कि इस टीम ने बेहतरीन समन्वय के साथ काम किया, जिससे महज 96 घंटों के भीतर कांड का खुलासा हो सका। पुलिस अब इन अपराधियों के पुराने इतिहास को खंगाल रही है ताकि यह पता चल सके कि इन्होंने और कितनी वारदातों को अंजाम दिया है। फिलहाल, सभी पांचों अभियुक्तों को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है और इस उपलब्धि के लिए टीम को पुरस्कृत करने की बात भी कही गई है।

Report - mani bhushan sharma