Ahmedabad Plane Crash : अहमदाबाद प्लेन क्रैश को लेकर आज होगा बड़ा खुलासा, जानिए कैसे एक 'बटन' बन गया 241 यात्रियों का काल
Ahmedabad Plane Crash : अहमदाबाद प्लेन क्रैश को लेकर आज अहम और बड़ा खुलासा होने वाला है। प्लेन क्रैश मामले में फ्यूल कंट्रोल स्विच पर जांच का केंद्रित है।
Ahmedabad Plane Crash : अहमदाबाद से लंदन जा रही एअर इंडिया की फ्लाइट एआई-171 के भीषण हादसे की जांच कर रहे विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (एएआईबी) ने अपनी प्रारंभिक रिपोर्ट नागरिक उड्डयन मंत्रालय और अन्य संबंधित अधिकारियों को सौंप दी है। सूत्रों के मुताबिक इस रिपोर्ट को शुक्रवार को सार्वजनिक किया जा सकता है। गौरतलब है कि यह हादसा 12 जून को हुआ था। जब उड़ान भरने के महज 35 सेकंड बाद बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। हादसे में 242 में से 241 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि एक यात्री चमत्कारिक रूप से बच गया था।
'फ्यूल कंट्रोल स्विच' पर फोकस
प्रारंभिक जांच में फ्लाइट डाटा रिकॉर्डर और वॉयस रिकॉर्डर के विश्लेषण के आधार पर 'फ्यूल कंट्रोल स्विच' पर जांच केंद्रित की गई है। माना जा रहा है कि दुर्घटना के अंतिम क्षणों के सिमुलेशन में यह संकेत मिले हैं कि इंजन की शक्ति (थ्रस्ट) खोने से पहले या बाद में इन स्विचों की स्थिति में बदलाव हुआ था। हालांकि, अभी तक यह साफ नहीं हो पाया है कि ये स्विच गलती से, जानबूझकर या किसी तकनीकी गड़बड़ी से हिले थे। जांच का फोकस फ्यूल कंट्रोल स्विच पर है। रिपोर्ट में 'जांच से जुड़े कई अधिकारियों' के हवाले से यह दावा किया गया था।
क्या होते हैं फ्यूल कंट्रोल स्विच?
ड्रीमलाइनर 787 के इंजन में लगे फ्यूल कंट्रोल स्विच (रन और कटऑफ) इंजन को जमीन पर चालू या बंद करने के लिए इस्तेमाल होते हैं। उड़ान के दौरान अगर इन्हें 'रन' से 'कटऑफ' पर कर दिया जाए तो उस इंजन में ईंधन की आपूर्ति बंद हो जाती है और इंजन तुरंत रुक सकता है। इससे न केवल थ्रस्ट कम होता है, बल्कि उस इंजन पर निर्भर कई विद्युत जनरेटर भी बंद हो सकते हैं जो विमान के अहम सिस्टम और कॉकपिट डिस्प्ले को बिजली देते हैं।
कौन-कौन शामिल है जांच में?
इस हादसे की जांच एएआईबी के महानिदेशक की अगुवाई में हो रही है। जांच दल में भारतीय वायु सेना, हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) और अमेरिका के नेशनल ट्रांसपोर्टेशन सेफ्टी बोर्ड (एनटीएसबी) के विशेषज्ञ शामिल हैं। इसके अलावा एक विमान चिकित्सा विशेषज्ञ और एटीसी अधिकारी भी इस टीम में हैं। एनटीएसबी की टीम फिलहाल दिल्ली में डेरा डाले हुए है और एएआईबी लैब में भारतीय अधिकारियों के साथ जांच कर रही है। वहीं, तकनीकी प्रक्रिया में सहायता के लिए बोइंग और जीई के अधिकारी भी दिल्ली पहुंचे हुए हैं।
अभी नहीं जताई गई यांत्रिक खराबी की चिंता
सूत्रों ने बताया कि अब तक की जांच में किसी व्यापक यांत्रिक खराबी को लेकर कोई सीधा संकेत नहीं मिला है, जिससे तत्काल चिंता की बात नहीं है। हालांकि, ब्लैक बॉक्स डाटा की विस्तृत जांच और सिमुलेशन के आधार पर अंतिम रिपोर्ट में दुर्घटना की असली वजह का खुलासा होगा।