Bihar Politics: 28 साल पुरानी बात को भूल नहीं पा रहे नीतीश! जानें किस वजह से झलका दर्द, लालू को लेकर कह दी ये बात
Bihar Politics: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने लालू प्रसाद यादव पर वंशवादी राजनीति का आरोप लगाते हुए कहा कि एनडीए सरकार बिहार के विकास और महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए काम कर रही है।
Bihar Politics: बिहार की राजनीति हमेशा से परिवारवाद और विकास के मुद्दों के इर्द-गिर्द घूमती रही है। हाल ही में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में आयोजित एक वर्चुअल कार्यक्रम में अपने पुराने राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी लालू प्रसाद यादव पर परोक्ष हमला किया। उन्होंने कहा कि "पूर्ववर्ती सरकार ने केवल अपने परिवार की परवाह की, जबकि हमारी सरकार जनता और खासकर महिलाओं के लिए काम कर रही है।"
नीतीश कुमार ने वंशवाद की राजनीति को बिहार की पिछड़ी हुई स्थिति का बड़ा कारण बताया। उन्होंने यह भी जोड़ा कि 2005 से पहले राज्य में शिक्षा, स्वास्थ्य और कानून व्यवस्था की स्थिति बेहद खराब थी। सत्ता संभालने के बाद एनडीए सरकार ने सुधार और महिलाओं के सशक्तिकरण पर जोर दिया।
लालू प्रसाद और राबड़ी देवी की राजनीति का संदर्भ
1997 में चारा घोटाले में फंसने के बाद लालू प्रसाद ने अपनी पत्नी राबड़ी देवी को मुख्यमंत्री बना दिया। उस वक्त इसे वंशवाद का सबसे बड़ा उदाहरण माना गया था। नीतीश कुमार ने उसी घटना का उल्लेख करते हुए कहा कि लालू ने अपनी पत्नी को मुख्यमंत्री बनाकर यह साफ कर दिया कि उनका मकसद बिहार की जनता नहीं, बल्कि अपने परिवार को सत्ता में बनाए रखना था। हालांकि, समर्थकों का मानना है कि उस दौर में सामाजिक न्याय की राजनीति को बढ़ावा मिला और पिछड़े वर्ग की भागीदारी राजनीति में बढ़ी। लेकिन आलोचकों का तर्क है कि विकास की रफ्तार थम गई और बिहार पिछड़ता चला गया।
महिला रोजगार योजना बिहार में महिलाओं के लिए नया दौर
इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना की शुरुआत की। इस योजना के तहत 75 लाख महिलाओं के बैंक खाते में 10-10 हजार रुपए ट्रांसफर किए गए। लगभग 7500 करोड़ रुपए की इस महत्वाकांक्षी योजना का मकसद महिलाओं को स्वरोजगार और आर्थिक आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ाना है।नीतीश कुमार ने कहा कि महिलाओं के सशक्तिकरण के बिना बिहार का विकास संभव नहीं है। उन्होंने लड़कियों के लिए साइकिल और पोशाक योजना से लेकर पंचायतों में महिलाओं को 50% आरक्षण देने तक की योजनाओं का जिक्र किया।
विधानसभा चुनाव से पहले नई सियासी बिसात
बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए इस योजना को बेहद अहम माना जा रहा है। एक ओर नीतीश कुमार "विकास और महिला सशक्तिकरण" की राजनीति पर जोर दे रहे हैं, वहीं दूसरी ओर लालू प्रसाद यादव और उनकी पार्टी राजद अब भी सामाजिक न्याय की राजनीति को प्राथमिकता दे रहे हैं।राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह टकराव आने वाले चुनाव में भी साफ दिखेगा। नीतीश कुमार परिवारवाद बनाम विकास की बहस को तेज करना चाहते हैं ताकि जनता के बीच एनडीए की छवि "विकास समर्थक" सरकार के रूप में मजबूत हो।