Patna Metro: दौड़ पड़ी बिहार की पहली मेट्रो, सीएम नीतीश ने दिखाई हरी झंडी, मुख्यमंत्री ने पहले सफर का लिया आनंद
Patna Metro: बिहार के लोगों का इंतजार खत्म हुआ। पटना मेट्रो को सीएम नीतीश ने हरी झंडी दिखाकर रवाना कर दिया। सीएम नीतीश ने खुद भी सफर का आनंद लिया। जिसके बाद मेट्रो को रवाना कर दिया गया।
Patna Metro: बिहार को पहली मेट्रो ट्रेन की सौगात मिल गई है। सीएम नीतीश ने पटना मेट्रो को हरी झंडी दिखाकर रवाना कर दिया है। दरअसल,मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को पटना मेट्रो का उद्घाटन किया और खुद मेट्रो ट्रेन में बैठकर पहले सफर का अनुभव किया। उद्घाटन के दौरान मेट्रो में राज्य सरकार के अन्य मंत्री और वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहे।
चल पड़ी पटना मेट्रो
पहले सफर के बाद मेट्रो को आम लोगों के लिए पूरी तरह से खोल दिया जाएगा। उद्घाटन समारोह में उपस्थित लोगों में उत्साह की कोई कमी नहीं थी और लोग मेट्रो की एक झलक पाने के लिए बेहद उत्सुक नजर आए। फर्स्ट फेज के तहत मेट्रो ट्रेन आईएसबीटी, जीरो माइल और भूतनाथ तक चलेगी। पूरा परिचालन शुरू होने पर तीन कोच वाली मेट्रो में प्रति ट्रिप लगभग 900 यात्री यात्रा कर सकेंगे।
मेट्रो आम लोगों को समर्पित
मेट्रो फिलहाल न्यू पाटलिपुत्र बस टर्मिनल से जीरो माइल होते हुए भूतनाथ स्टेशन तक चलेगी। जिसके बाद इसी साल इसका विस्तार खेमनीचक और मलाही पकड़ी तक की जाएगी। किराए की बात करें तो एक स्टेशन से दूसरे स्टेशन तक जाने के लिए 15 रुपये किराया होगा तो वहीं सभी स्टेशनों तक जाने के लिए के अधिकतम 30 रुपये निर्धारित है। इस उद्घाटन के साथ पटना में आधुनिक यातायात का नया युग शुरू हो गया है, जो शहरवासियों के लिए रोजमर्रा की यात्रा को आसान और सुविधाजनक बनाएगा।
हर दिन मेट्रो लगाएगी 40 से 42 फेरे
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा उद्घाटन के बाद मेट्रो पाटलिपुत्र ISBT के पास बने डिपो से निकली और सबसे पहले न्यू ISBT स्टेशन पहुंची। यह पटना मेट्रो का पहला स्टेशन होगा। यहां से मेट्रो जीरो माइल स्टेशन होते हुए भूतनाथ स्टेशन तक चलेगी। फिलहाल इसी तीन स्टेशनों के बीच परिचालन शुरू किया जा रहा है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, पटना मेट्रो का संचालन सुबह 8 बजे से रात 10 बजे तक किया जाएगा। यात्रियों की सुविधा के लिए हर 20 मिनट के अंतराल पर प्रत्येक स्टेशन पर मेट्रो उपलब्ध रहेगी। प्रतिदिन मेट्रो 40 से 42 फेरे लगाएगी। पटना मेट्रो में 3 कोच वाली रैक चलाई जाएगी, जिसकी कुल क्षमता 945 यात्रियों की है। प्रत्येक कोच में लगभग 305 यात्री सफर कर सकते हैं। जिनमें से 147 यात्री बैठकर और शेष खड़े होकर यात्रा कर सकेंगे। महिलाओं और दिव्यांगों के लिए हर कोच में 12 सीटें आरक्षित रखी गई हैं।