Bihar News: बिहार के शहीद बेटे रामबाबू सिंह का पार्थिव शरीर पहुंचा पटना एयरपोर्ट, तेजस्वी यादव ने दी श्रद्धांजलि, सीएम-डिप्टी सीएम नदारद
Bihar News: बिहार के शहीद बेटे रामबाबू सिंह का पार्थिव शरीर बुधवार को पटना पहुंचा। पटना एयरपोर्ट पर तेजस्वी यादव ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। मौके पर सीएम और डिप्टी सीएम नदारद रहे...
Bihar News: बिहार के तीन लाल पाकिस्तानी हमले में शहीद हो गए। जिसमें से ही सिवान के बेटे शहीद रामबाबू सिंह भी है। सीवान जिले के बड़हरिया प्रखंड स्थित वसिलपुर गांव के निवासी शहीद रामबाबू का पार्थिव शरीर आज पटना एयरपोर्ट पहुंचा। जहां नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। लेकिन हैरानी की बात रही कि आज भी पटना एयरपोर्ट पर शहीद के पार्थिव शरीर को श्रद्धांजलि देने के लिए ना तो मौके पर सीएम मौजूद थे ना ही डिप्टी सीएम थे। इसके पहले भी जब बीएसएफ के सब-इंस्पेक्टर मोहम्मद इम्तियाज का पार्थिव शरीर पटना पहुंचा था तब भी सीएम और डिप्टी सीएम नदारद रहे। हालांकि बीते दिन सीएम नीतीश डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी के साथ मोहम्मद इम्तियाज के आवास पहुंचकर उनके परिजनों से मुलाकात की। लेकिन पटना एयरपोर्ट पर सीएम डिप्टी सीएम के ना होने से सवाल उठाए जा रहे हैं खुद तेजस्वी यादव ने भी सवाल खड़ा किया।
तेजस्वी ने दी श्रद्धांजलि
तेजस्वी ने पटना एयरपोर्ट पर बिहार सरकार के किसी मंत्री के ना रहने पर कहा कि सभी लोगों को रहना चाहिए था। बिहार में दो दो उप मुख्यममंत्री हैं। उन्होंने कहा कि निश्चित तौर पर इन सब मामलों पर गंभीर होना चाहिए। बता दें कि, पटना एयरपोर्ट पर कई वरिष्ठ अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों ने शहीद रामबाबू को श्रद्धांजलि दी। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने शहीद को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि, "रामबाबू जैसे जवानों की बदौलत ही हमारा देश सुरक्षित है। हम उनके बलिदान को हमेशा याद रखेंगे।" वहीं बिहार सरकार ने शहीद रामबाबू के आश्रितों को 50 लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की है। इसके साथ ही परिवार को सरकारी नौकरी और अन्य सहायता भी देने की बात चल रही है।
शहीद रामबाबू 2017 में हुए थे भर्ती
शहीद रामबाबू सिंह वर्ष 2017 में इंडियन आर्मी में भर्ती हुए थे। वर्तमान में ऑपरेटर के रूप में कार्यरत थे। 10 अप्रैल 2025 को छुट्टी के बाद वे जम्मू-कश्मीर बॉर्डर पर ड्यूटी पर लौटे थे। 12 मई 2025 को 'ऑपरेशन सिंदूर' के दौरान पाकिस्तानी हमले में वीरगति को प्राप्त हुए। रामबाबू की शादी दिसंबर 2024 में धनबाद निवासी युवती से हुई थी। होली के बाद वे अपने ससुराल भी गए थे। उनके पिता स्व. रामविचार सिंह हरिहरपुर पंचायत के पूर्व उप मुखिया रह चुके हैं। गांव में रामबाबू की शहादत को लेकर जहां गर्व की भावना है, वहीं परिवार में मातम पसरा हुआ है।
गांव में पसरा मातम
रामबाबू की शहादत की खबर मिलते ही वसिलपुर गांव में शोक की लहर दौड़ गई। गांव के लोग गर्व के साथ अपने लाल को अंतिम विदाई देने की तैयारी कर रहे हैं। सेना की ओर से पार्थिव शरीर को पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनके घर लाया जाएगा। उनका बलिदान देश की भावी पीढ़ियों को हमेशा प्रेरित करता रहेगा। वहीं पटना एयरपोर्ट पर रामबाबू को श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद तेजस्वी यादव ने कहा कि, बिहार भारत हमारे देश के साथ कोई भी परिस्थिति हो हर परिस्थिति में बिहार का लाल बिहार का नौजवान खड़ा रहता है हम उन्हें सलामी देते हैं।
पटना से रंजन की रिपोर्ट