बिहार में बादल गरजेंगे, बिजली तड़केगी, आईएमडी के ऑरेंज अलर्ट के साथ सूबे के इन 22 जिलों में बरसेगी आफत , पटना को भी भिंगोएगी बारिश

Bihar weather: बिहार में आसमान में बादलों का डेरा और तापमान में हल्की ठंडक ने जहां लोगों को राहत दी, वहीं अब मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों में बारिश की गतिविधियों में तेजी की चेतावनी दी है।

बिहार में अंबर से बरसेगा संकट- फोटो : Meta

Bihar weather: बिहार की धरती, जो पिछले दो दिनों से बारिश की रफ्तार में कमी का साक्षी बनी थी, मॉनसून के आगमन के बाद अब एक बार फिर मौसम की करवट की गवाह बनने को तैयार है। आसमान में बादलों का डेरा और तापमान में हल्की ठंडक ने जहां लोगों को राहत दी, वहीं अब बिहार मौसम सेवा केंद्र   ने अगले 24 घंटों में बारिश की गतिविधियों में तेजी की चेतावनी दी है। यह बारिश का दायरा पूरे बिहार को अपनी आगोश में ले सकता है, जिससे कई जिलों में मूसलाधार वर्षा, मेघगर्जन और आकाशीय बिजली का खतरा मंडरा रहा है। 

बिहार मौसम सेवा केंद्र  ने सुपौल, अररिया, किशनगंज, सहरसा, मधेपुरा, पूर्णिया और कटिहार जैसे उत्तरी और पूर्वी जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इन क्षेत्रों में भारी बारिश के साथ ठनका (आकाशीय बिजली) गिरने की प्रबल संभावना है। इसके अलावा, पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, गोपालगंज, सीवान, सारण, भागलपुर, बांका, जमुई, मुंगेर और खगड़िया में भी मध्यम से भारी बारिश और 30-40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से आंधी की आशंका है, जिसके लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है। पटना, मुजफ्फरपुर, गया, दरभंगा और अरवल जैसे जिलों में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है, लेकिन इनके लिए कोई विशेष चेतावनी नहीं दी गई है।

बुझवार की रात से ही गया, समस्तीपुर, बेगूसराय, दरभंगा, सीवान, भोजपुर, पटना, जहानाबाद, नालंदा और पूर्णिया जैसे जिलों में बारिश दर्ज की गई है। झारखंड में लगातार बारिश के कारण नवादा के गोविंदपुर पहाड़ियों में स्थित ककोलत वाटर फॉल में सैलाब आ गया, जिससे आसपास का क्षेत्र जलमग्न हो गया। दुखद यह है कि आकाशीय बिजली की चपेट में आकर पांच लोगों की जान चली गई और सात अन्य घायल हो गए। 

बिहार मौसम सेवा केंद्र के निदेशक डॉ सीएन प्रभु ने लोगों से सावधानी बरतने की अपील की है, खासकर उन क्षेत्रों में जहां ठनका गिरने की संभावना अधिक है। किसानों, मजदूरों और खुले मैदानों में काम करने वालों को विशेष रूप से सतर्क रहने की सलाह दी गई है। बिहार मौसम सेवा केंद्र के निदेशक डॉ सीएन प्रभु के अनुसार जैसे-जैसे बारिश का यह नया दौर बिहार को भिगोने को तैयार है, प्रशासन और नागरिकों को इस प्राकृतिक आवेग के लिए तैयार रहना होगा।