Bihar Ganga Bridge Project: बिहार से यूपी जाना हो जाएगा आसान, फर्राटेदार दौड़ेगी गाड़ियां, लाखों लोगों को होगा फायदा, सरकार ने दी इन बड़ी योजनाओं को अनुमति

Bihar Ganga Bridge Project: 368 करोड़ रुपये की लागत से तैयार हो रहा गंगा नदी पर 3.2 किलोमीटर लंबा, तीन लेन वाला अहम पुल सीधे बिहार से यूपी को जोड़ देगा....

बिहार से यूपी जाना हो जाएगा आसान- फोटो : social Media

Bihar Ganga Bridge Project:  368 करोड़ रुपये की लागत से तैयार हो रहा गंगा नदी पर  3.2 किलोमीटर लंबा, तीन लेन वाला अहम पुल सीधे बक्सर पटना चार लेन (NH-922) को पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से जोड़ देगा। नतीजा दिल्ली से पटना तक का सड़क सफ़र और सुगम, तेज़ और मुकम्मल हो जाएगा। यह कॉरिडोर दो राज्यों के बीच सड़क संपर्क में एक नया आयाम जोड़ेगा।बक्सर और भरौलीके दरमियान गंगा नदी पर बन रहा तीसरा पुल अब सिर्फ़ एक इंजीनियरिंग प्रोजेक्ट नहीं, बल्कि तरक़्क़ी की नई दास्तान बनकर उभर रहा है।

परियोजना स्थल पर काम अब रफ़्तार पकड़ चुका है। नींव डालने से लेकर समतलीकरण और स्ट्रक्चरल एक्टिविटीज़ तक, हर चरण तेजी से आगे बढ़ रहा है। यह भव्य संरचना तीन अहम हिस्सों पर टिकी है 1.2 किलोमीटर लंबा मुख्य पुल, लगभग 2 किलोमीटर का एलिवेटेड रोटरी, और मजबूत एप्रोच रोड। पूरा ढांचा 40 खंभों पर खड़ा होगा—गंगा की मुख्य धारा में 8 पिलर, बाकी 32 दोनों किनारों पर। नदी का जलस्तर स्थिर रहने की उम्मीद के साथ, निर्माण एजेंसी इन अनुकूल हालात का पूरा फायदा उठा रही है।

हाल के महीनों में बक्सर में ट्रैफिक का दबाव बेहिसाब बढ़ा है। बाज़ार की गलियों से लेकर मुख्य मार्गों तक, हर जगह भीड़भाड़ का आलम है। ऐसे में स्थानीय व्यापारी और आम लोग लंबे अरसे से एक वैकल्पिक और मजबूत मार्ग की मांग कर रहे थे। यह नया पुल उसी उम्मीद का जवाब है एक ऐसा समाधान, जो शहर की सड़कों पर भारी और लंबी दूरी के वाहनों का दबाव काफी कम कर देगा।

यह पुल सिर्फ़ यातायात का बोझ नहीं घटाएगा, बल्कि व्यापारिक गतिविधियों में नई जान फूंकेगा। पूर्वांचल के आर्थिक नक्शे में यह एक मील का पत्थर बनने जा रहा है। बेहतर कनेक्टिविटी से स्थानीय उत्पादों की पहुँच बड़े बाज़ारों तक आसान होगी, रोजगार के नए अवसर बनेंगे और कारोबार की रफ़्तार बढ़ेगी।

स्थानीय निवासियों के भीतर भी नई उम्मीदों की लहर है।लोगों का कहना है कि निर्माण की तेज़ रफ़्तार देखकर लोग बेहद उत्साहित हैं। उनका मानना है कि यह पुल बक्सर से लेकर पूर्वी उत्तर प्रदेश तक विकास की तस्वीर बदल देगा। आने वाले वर्षों में यह इलाक़ा संपर्क, सुविधा और आर्थिक गतिविधियों का एक नया केंद्र बनकर उभरेगा ऐसा केंद्र, जो दोनों राज्यों को तरक्क़ी की नई मंज़िलों से जोड़ेगा।