Rules for land registration: सावधान!जमीन-जायदाद के लिए 1 जुलाई से लागू होंगे चार सख्त नियम, जमीन की जाली रजिस्ट्री को कैसे पकड़े,फिर हो जाने पर कैसे लेंगे एक्शन
Rules for land registration: 1 जुलाई 2025 से देश की संपत्ति रजिस्ट्री प्रक्रिया में चार कड़े और बेजोड़ नियम लागू हो रहे हैं, जिनसे फर्जी दस्तावेज़ों और झूठी पहचान के सहारे चल रहे गोरखधंधे की चूलें हिलने वाली हैं!..
Rules for land registration: अगर आप भी किसी संपत्ति की खरीद-बिक्री का सपना देख रहे हैं, तो सावधान हो जाइए! भारत सरकार अब इस क्षेत्र में पनप रहे जालसाजों, फर्जीवाड़े के सौदागरों और भू-माफियाओं पर सीधा हमला करने जा रही है। 1 जुलाई 2025 से देश की संपत्ति रजिस्ट्री प्रक्रिया में चार कड़े और बेजोड़ नियम लागू हो रहे हैं, जिनसे फर्जी दस्तावेज़ों और झूठी पहचान के सहारे चल रहे गोरखधंधे की चूलें हिलने वाली हैं!
पहला नियम – आधार बायोमेट्रिक अनिवार्य: 'पहचान की नब्ज' से होगी रजिस्ट्री
अब संपत्ति की रजिस्ट्री सिर्फ नाम से नहीं, पहचान की नब्ज से होगी! आधार कार्ड का बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन – यानि फिंगरप्रिंट और रेटिना स्कैन के बिना कोई सौदा मुमकिन नहीं। जो वर्षों से दूसरों की पहचान चुराकर ज़मीनों पर कब्जा करते फिरते थे, अब उन्हें कानून की पकड़ से कोई नहीं बचा सकता। यह नियम जालसाजों के लिए मौत की घंटी है, जो नकली पहचान के सहारे बेनामी संपत्तियों का खेल खेलते थे।
दूसरा नियम – डिजिटल दस्तावेज़ अपलोड: फर्जी कागजों की घुसपैठ पर फुल स्टॉप
सरकारी पोर्टल पर अब सभी कागजात अपलोड होंगे – बिना किसी बहाने, बिना किसी फर्जी कागज की घुसपैठ। ज़रा सी चूक और पोर्टल का डिजिटल पहरेदार पकड़ लेगा दस्तावेज़ों की सच्चाई! यह नियम उन शातिर अपराधियों पर शिकंजा कसेगा जो जाली कागजात बनाकर दूसरों की संपत्ति हड़प लेते थे। अब हर दस्तावेज़ का डिजिटल निशान होगा, जिसे मिटाना नामुमकिन होगा।
तीसरा नियम – ऑनलाइन भुगतान, डिजिटल रसीद: घोटालेबाजों के लिए कोई छुपने की जगह नहीं
कैश में सौदा करने वाले, बिचौलियों से कट मारने वाले अब जाएं तैयार – हर भुगतान डिजिटल होगा और हर रसीद का रिकॉर्ड हमेशा के लिए सरकारी खजाने में कैद रहेगा। घोटालेबाजों के लिए अब कोई छुपने की जगह नहीं बचेगी। यह नियम काले धन और भ्रष्टाचार के गठजोड़ को तोड़ेगा, जिससे संपत्ति के सौदों में पारदर्शिता आएगी और अवैध कमाई पर लगाम लगेगी।
चौथा नियम – डिजिटल रजिस्ट्री की कॉपी: कागज़ी हेराफेरी का खेल खत्म
संपत्ति रजिस्ट्रेशन के बाद अब फौरन मिलेगी डिजिटल कॉपी – पूरी तरह कानूनी और हर समय डाउनलोड के लिए तैयार। कागज़ी हेराफेरी और कॉपी गुम होने का खेल अब खत्म! यह नियम उन जालसाजों के मंसूबों पर पानी फेर देगा जो पुरानी और गुमशुदा कागजी कॉपियों का फायदा उठाकर फर्जीवाड़े करते थे। अब सब कुछ डिजिटल होगा, जिससे धोखाधड़ी की संभावना न्यूनतम हो जाएगी।
दलाल, बिचौलिये, जालसाज, फर्जी मालिक और भ्रष्ट अफसर – सबकी रातों की नींद उड़ने वाली है। यह बदलाव नहीं, एक खुफिया ऑपरेशन की तरह है जो भ्रष्ट तंत्र की जड़ें काटने आ गया है। 1 जुलाई के बाद... संपत्ति की दुनिया अब वैसी नहीं रहेगी जैसी पहले थी! यह नया कानून सिर्फ नियमों का एक सेट नहीं, बल्कि अपराध की कमर तोड़ने का एक अचूक हथियार है। क्या इस 'ऑपरेशन' से भू-माफियाओं का राज खत्म होगा?