Chandan Mishra Murder Case: चंदन मिश्रा की हत्या के लिए शेरु ने दी 10 लाख की सुपारी, गैंगस्टर हत्याकांड में एक और बड़ा खुलासा, पारस अस्पताल के पीछे रह रहे थे शूटर
Chandan Mishra Murder Case: बक्सर के कुख्यात अपराधी चंदन मिश्रा की हत्याकांड में पुलिस ने एक और बड़ा खुलासा किया है। शेरु ने चंदन को मारने के लिए 10 लाख की सुपारी तौसीफ को दी थी।
Chandan Mishra Murder Case: राजधानी पटना स्थित पारस अस्पताल में बक्सर के कुख्यात अपराधी चंदन मिश्रा की हुई सनसनीखेज हत्या के मामले में जांच में लगातार चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं। पुलिस सूत्रों के अनुसार, हत्या की साजिश तीन दिन पहले ही रची जा चुकी थी और शूटर समनपुरा इलाके में एक अपार्टमेंट में ठिकाना बनाकर वारदात की तैयारी कर रहे थे। जानकारी अनुसार चंदन मिश्रा का कभी जिगरी यार रहने वाला शेरु ने ही हत्या की सुपारी दी थी।
शूटर तीन दिनों से अस्पताल की कर रहे थे रेकी
जानकारी के अनुसार, समनपुरा के एक स्थानीय बदमाश की मदद से पांचों शूटरों ने पारस अस्पताल के पीछे एक अपार्टमेंट में ठिकाना बनाया था। ये लोग हर दिन अस्पताल की रेकी कर रहे थे। पुलिस को शक है कि वारदात में अस्पताल के कुछ कर्मियों की भी संलिप्तता हो सकती है। तौसिफ नामक शूटर की पारस अस्पताल के कुछ स्टाफ से पहले से पहचान थी। बताया जा रहा है कि कुछ महीने पहले उसका एक दोस्त इसी अस्पताल में भर्ती था। जिससे मिलने के दौरान उसकी स्टाफ से जान-पहचान हुई थी।
पुलिस की कार्रवाई तेज
इस मामले में पुलिस ने अपनी कार्रवाई तेज कर दी है। पुलिस ने समनपुरा से जिशान समेत पांच युवकों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। इसके अलावा पटना, आरा, बक्सर, गया और झारखंड के कुछ हिस्सों में भी छापेमारी की जा रही है। पुलिस ने अस्पताल प्रशासन से वहां तैनात सुरक्षा कर्मियों की सूची भी मांगी है। पुलिस लगातार छापेमारी कर तौसीफ की गिरफ्तारी की कोशिश कर रही है।
शेरू ने जेल से दी थी सुपारी
हत्या की साजिश पुरुलिया जेल में बंद अपराधी शेरू द्वारा रची गई थी। सूत्रों के मुताबिक, उसने चंदन की हत्या के लिए शूटर तौसिफ को 10 लाख रुपये की सुपारी दी थी। शेरू और तौसिफ की मुलाकात पहले बेउर जेल में हुई थी। जहां दोनों के बीच दोस्ती हुई थी। तौसिफ हाल ही में जेल से बाहर निकला था और शेरू ने पुरुलिया जेल से ही उससे संपर्क कर पूरी योजना साझा की थी। पुलिस की एक टीम जल्द ही शेरू से पूछताछ के लिए पुरुलिया रवाना होगी।
डॉक्टर और स्टाफ पर भी एफआईआर
इस हत्याकांड में शास्त्रीनगर थाने में दो अलग-अलग एफआईआर दर्ज की गई हैं। पहली एफआईआर चंदन के पिता मंटू मिश्रा ने दर्ज कराई है। जिसमें उन्होंने डॉक्टर पिंटू और अस्पताल स्टाफ पर भी संदेह जताया है। मंटू मिश्रा का कहना है कि चंदन को 16 जुलाई को डिस्चार्ज किया जाना था, लेकिन डॉक्टरों ने जानबूझकर तारीख 17 जुलाई तय की। दूसरी एफआईआर अस्पताल में मौजूद अटेंडेंट दुर्गेश पाठक के बयान पर दर्ज हुई है। जिसके पैर में गोली लगी थी। दुर्गेश ने आरोप लगाया कि गोली चलने के बाद वह काफी देर तक चिल्लाता रहा, लेकिन अस्पताल का स्टाफ करीब 15 मिनट बाद ही कमरे में आया।
हत्या के बाद बहन को ससुराल पहुंचाया
घटना को अंजाम देने के बाद शूटर तौसिफ गया स्थित अपने घर पहुंचा और बहन को ससुराल छोड़ने का बहाना बनाकर वहां गया। वह वहीं से किसी से बहन के फोन से बात करने के बाद फरार हो गया। पुलिस अब तौसिफ के पिता, बहन और दो दोस्तों से पूछताछ कर रही है। समनपुरा में निशु खान के घर पर भी छापेमारी की गई है।
शूटरों को पनाह देने वाले छह आरोपी गिरफ्तार
पुलिस ने इस हत्याकांड में शूटरों को शरण देने, हथियार और बाइक उपलब्ध कराने वाले छह बदमाशों को गिरफ्तार किया है। फुलवारी, समनपुरा, बक्सर और आरा में की गई छापेमारी के बाद आठ संदिग्धों को उठाया गया था। जिनमें से दो को पूछताछ के बाद पीआर बांड पर छोड़ दिया गया, जबकि छह पर संलिप्तता के पुख्ता साक्ष्य मिले हैं।
चंदन से मिलने गांव तक पहुंचे थे दो शूटर
सूत्रों के अनुसार, चंदन मिश्रा तीन जुलाई को पेरोल पर जेल से बाहर आया था और 18 जुलाई की शाम तक उसे बेउर जेल लौटना था। इस दौरान वह गांव में अपने परिवार के साथ रहा। सीसीटीवी फुटेज में दिख रहे पांच शूटरों में से दो उसके गांव सोनवर्षा जाकर उससे भी मिले थे, जिससे यह स्पष्ट होता है कि हत्या की योजना पहले से बहुत सुनियोजित थी। फिलहाल पुलिस मामले की गहराई से जांच कर रही है और हत्या में शामिल सभी लोगों की भूमिका स्पष्ट करने की कोशिश जारी है।