Bihar Politics: बिहार चुनाव पर कांग्रेस का ‘पोस्टमॉर्टम’! दिल्ली में हाईलेवल मीटिंग, प्रत्याशी बताएंगे क्यों हारी पार्टी?
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Bihar Politics: बिहार विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद कांग्रेस आज समीक्षा की महत्वपूर्ण प्रक्रिया से गुजरने वाली है। चुनावी नतीजों के बाद प्रदेश नेतृत्व और संगठन के बीच यह पहली बड़ी बैठक होगी। जिसमें हार की वजहों और आगे की रणनीति पर विस्तृत चर्चा की जाएगी। बैठक शुक्रवार दोपहर तीन बजे दिल्ली स्थित कांग्रेस मुख्यालय इंदिरा भवन में आयोजित की गई है। इसमें प्रदेश अध्यक्ष, प्रदेश प्रभारी, पूर्व सीएलपी नेता, सभी सांसद-विधायक और चुनाव मैदान में उतरे सभी कांग्रेस प्रत्याशियों को बुलाया गया है।
दिल्ली में कांग्रेस की हाई लेवल मीटिंग
इस बार कांग्रेस महज छह सीटें ही जीत सकी है। जिसके बाद अंदरूनी असंतोष और संगठनात्मक कमजोरी खुलकर सामने आई है। ऐसे में पार्टी ने सभी 61 प्रत्याशियों से अपने-अपने क्षेत्रों की विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। बैठक में हर प्रत्याशी को बताना होगा कि उनकी हार की मुख्य वजहें क्या रहीं? स्थानीय स्तर पर कौन से मुद्दे प्रभावी रहे और संगठन कहां कमजोर साबित हुआ?
पार्टी विरोधी गतिविधियों के खिलाफ कार्रवाई
माना जा रहा है कि इन रिपोर्टों के आधार पर अगले चरण की राजनीतिक रणनीति तय की जाएगी। इसी बीच कांग्रेस ने पार्टी-विरोधी गतिविधियों में शामिल पाए गए नेताओं पर भी कार्रवाई शुरू कर दी है। पहले 43 नेताओं को कारण बताओ नोटिस भेजा गया था, जिसके बाद सात नेताओं को छह साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है।
पार्टी से ये नेता हुए निष्कासित
निष्कासित नेताओं में आदित्य पासवान, शकीलुर रहमान, राजकुमार शर्मा, राजकुमार राजन, कुंदन गुप्ता, कंचना कुमारी और रवि गोल्डन शामिल हैं। पार्टी ने साफ कहा है कि चुनाव के दौरान अनुशासनहीनता और विरोधी गतिविधियों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। कांग्रेस की यह बैठक न सिर्फ चुनावी हार की समीक्षा है, बल्कि आने वाले महीनों में संगठन को पुनर्गठित करने की दिशा में पहला कदम भी मानी जा रही है।