अनंत सिंह को बीच सड़क पर भीड़ ने घेरा... मोकामा में रोड शो में हुआ गजब काम, जानिए पूरा मामला

Anant Singh- फोटो : news4nation

Anant Singh: अपने विधानसभा क्षेत्र के लोगों को जनता मालिक कहकर संबोधित करने वाले मोकामा के पूर्व विधायक अनंत सिंह के जेल से बाहर आते ही फरियादियों का रैला उमड़ने लगा है. ऐसा ही नजारा मोकामा में गुरुवार को दिखा जब मोकामा के पूर्व विधायक अनंत सिंह के जेल से बाहर निकलते ही मोकामा के लोगों को अपनी समस्याओं के निराकरण की भी आस जगी है. अनंत सिंह गुरुवार को मोकामा विधानसभा क्षेत्र में जन अभिवादन के लिए रोड शो करते हुए निकले तो ऐसे ही फरियादियों ने उनसे अपनी पीड़ा बयां की.


हथिदह के आगे मरांची मुसहरी टोला के बड़ी आबादी पिछले लंबे अरसे से जलजमाव से जूझ रही है. बारिश के कारण हाल के दिनों में उनकी समस्या और ज्यादा बढ़ गई है. ऐसे में तमाम जगहों पर अपील के बाद भी जब उनकी तकलीफों का निराकण नहीं हुआ तो उनकी अंतिम आस अनंत सिंह से रही. अनंत सिंह जब बड़े काफिले के साथ मरांची मुसहरी टोला के पास पहुंचे तो बड़ी संख्या में स्थानीय लोगों ने उनकी गाड़ी के आगे आकर अपनी परेशानी बयां की. इस दौरान वे विधायक से मिले और जलजमाव से अस्त-व्यस्त हो चुके जीवन को सुधारने की अपील की. कुछ समय के लिए बीच रोड पर ही अनंत सिंह का काफिला रुका रहा और लोगों से वे उनकी परेशानी सुनते रहे. बाद में उनकी ओर से भीड़ को आश्वासन दिया गया कि समस्या का जल्द ही समाधान होगा. 


तेजस्वी पर निशाना 

रिहाई के बाद अनंत सिंह ने भी तेजस्वी यादव पर सीधा हमला बोला। उन्होंने स्पष्ट कहा कि अगर जदयू उन्हें तेजस्वी के खिलाफ मैदान में उतारती है, तो वे नेता प्रतिपक्ष की “जमानत जब्त करा देंगे।” उन्होंने दावा किया कि नीतीश कुमार ही 2025 के चुनाव में फिर से मुख्यमंत्री बनेंगे और तेजस्वी यादव को “अगले जन्म की तैयारी करनी चाहिए।” अनंत सिंह ने यह भी कहा कि राजद को इस बार महज 12 से 15 सीटों पर सिमटना पड़ेगा। रोजगार के मुद्दे पर तेजस्वी द्वारा क्रेडिट लेने पर उन्होंने लालू यादव और राबड़ी देवी पर तंज कसते हुए कहा कि “बिहार में नीतीश कुमार से बेहतर मुख्यमंत्री आज तक पैदा नहीं हुआ।


मोकामा से लड़ेंगे चुनाव 

अनंत सिंह ने दावा किया है वे एक बार फिर से मोकामा से विधानसभा चुनाव लड़ेंगे. उन्होंने नीतीश कुमार पर भरोसा जताया है कि उन्हें फिर से जदयू से टिकट मिलेगा. गौरतलब है कि वे 2005 और 2010 के विधानसभा चुनाव जदयू के टिकट पर जीते थे. बाद में 2015 में निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में जीत हासिल की. वहीं 2020 में राजद के टिकट पर चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे. वहीं 2022 के उपचुनाव में उनकी पत्नी नीलम देवी ने राजद उम्मीदवार के रूप चुनाव जीता. हालांकि जनवरी 2024 में राजद से बागी होकर नीलम देवी ने नीतीश कुमार को बहुमत साबित करने के दौरान विधानसभा में समर्थन किया था. 


रविशंकर की रिपोर्ट