Bihar News : दिलीप जायसवाल फिर बने बिहार भाजपा अध्यक्ष, 20 साल तक रहे हैं बीजेपी के कोषाध्यक्ष, जानिए किस जाति से रखते हैं ताल्लुक
बिहार विधानसभा चुनाव के पहले भाजपा ने अपने प्रदेश अध्यक्ष के रूप में एक बार फिर दिलीप जायसवाल की ताजपोशी की है. 20 साल से बिहार भाजपा के कोषाध्यक्ष रहने के बाद अब उन्हें पार्टी ने बड़ी जिम्मेदारी दी है.

Bihar News : दिलीप जायसवाल को मंगलवार को बिहार भाजपा का नया अध्यक्ष बनाने के ऐलान किया गया. पटना के बापू सभागार में प्रदेश परिषद की बैठक में औपचारिक तौर पर उनके अध्यक्ष बनने की घोषणा हुई. प्रदेश परिषद के प्रभारी और केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने दिलीप जायसवाल के नाम की घोषणा की. इस दौरान भाजपा प्रदेश प्रभारी विनोद तावड़े, सह प्रभारी दीपक प्रकाश, डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा, केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह, नित्यानंद राय, सांसद राधा मोहन सिंह, रविशंकर प्रसाद, संजय जायसवाल मौजूद रहे.
जायसवाल ने सोमवार को प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए अपना नामांकन पत्र प्रस्तुत किया है। बिहार चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी ने अपनी रणनीति को मजबूत करने के लिए आज पटना में प्रदेश परिषद की बैठक आयोजित की है।इस बैठक का मुख्य उद्देश्य आगामी बिहार विधानसभा चुनावों के लिए पार्टी की तैयारियों को अंतिम रूप देना और संगठनात्मक ढांचे को मजबूत करना है। यह बैठक पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं को एकजुट करने, उनकी भूमिका स्पष्ट करने और चुनावी रणनीतियों पर चर्चा करने के लिए आयोजित की गई है।
कौन हैं दिलीप जायसवाल
दिलीप जायसवाल मूल रूप से खगड़िया जिले के रहने वाले हैं। कलवार जाति से ताल्लुक रखने वाले जायसवाल के पास MSC, MBA, PhD और मास्टर ऑफ फिलॉसफी की डिग्री है। जायसवाल की सीमांचल क्षेत्र में मजबूत पकड़ है। वे 2009 में पहली बार एमएलसी बने थे। इसके बाद पूर्णिया, अररिया और किशनगंज क्षेत्र से तीन बार के मेंबर ऑफ लेजिसलेटिव काउंसिल हैं। वे 20 साल तक बीजेपी के कोषाध्यक्ष भी रहे हैं। सामाजिक और राजनीतिक गतिविधियों में भी सक्रिय निभा रहे हैं। दिलीप जायसवाल का केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का भी करीबी माना जाता है।
मंत्री पद से दिया था इस्तीफा
बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने बीते दिनों ही वन मैन वन पद के तहत राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था. उनके इस्तीफा देने के बाद बिहार में मंत्रिमंडल का विस्तार हुआ था जिसमें भाजपा कोटे से 7 मंत्रियों को नीतीश सरकार में शामिल किया गया था. बिहार विधानसभा चुनाव के पहले भाजपा की यह बड़ी रणनीति के तौर पर देखा गया. अब दिलीप जायसवाल अध्यक्ष के रूप में पार्टी संगठन को सशक्त करने की भूमिका अदा करेंगे.