Bihar Surveillance Raids: 'धनकुबेर निकला' भवन निर्माण विभाग का निदेशक गजाधर मंडल! SUV की रेड में करोड़ों की अवैध संपत्ति का खुलासा, पत्नी के पास भी 'अथाह' प्रॉपर्टी

Bihar Surveillance Raids: विशेष निगरानी इकाई ने मंगलवार को गजाधर मंडल के पटना और भागलपुर स्थित चार ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की। इस रेड में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए। करोड़ की अवैध संपत्ति की बरामद हुई।

धनकुबेर निकला बिहार सरकार का अधिकारी - फोटो : social media

Bihar Surveillance Raids: बिहार के भवन निर्माण विभाग के निदेशक गजाधर मंडल के घर से करोड़ों की अवैध संपत्ति का खुलासा एसयूवी ने किया है। विशेष निगरानी इकाई ने मंगलवार को गजाधर मंडल के पटना और भागलपुर स्थित चार ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की। इस रेड में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए। करोड़ की अवैध संपत्ति की बरामद हुई। गजाधर मंडल की पत्नी के पास भी अथाह प्रॉपर्टी है। एसयूवी फिलहाल गजाधर मंडल को पूछताछ के लिए अपने साथ लेकर गई है।  

धनकुबेर निकला गजाधर मंडल 

जानकारी अनुसार कार्रवाई के दौरान 16 भूखंडों के दस्तावेज बरामद किए गए। जिनकी कुल कीमत करीब 3 करोड़ 41 लाख 81 हजार रुपये आंकी गई है। इनमें 12 कॉमर्शियल और चार आवासीय भूखंड शामिल हैं। जांच में सामने आया है कि इन जमीनों में से पांच गजाधर मंडल और 11 उनकी पत्नी संध्या देवी के नाम पर हैं। सभी जमीनें भागलपुर जिले के जगदीशपुर, सबौर और गौराडीह इलाके में स्थित हैं। इसके अलावा आरोपित द्वारा पत्नी के नाम पर 30.80 लाख रुपये की फिक्स्ड डिपॉजिट और शेयर में निवेश किए जाने का भी खुलासा हुआ है। 

2करोड़ 82 लाख 61 हजार रुपए की अवैध संपत्ति  

छापेमारी के दौरान करीब 8 लाख रुपये के सोना-चांदी के आभूषण और 1 लाख 88 हजार 500 रुपये नकद भी बरामद किए गए हैं। एलआईसी और स्टार हेल्थ सहित अन्य योजनाओं में निवेश के साक्ष्य भी मिले हैं, जिनकी जांच जारी है। एसवीयू के अनुसार, प्रारंभिक जांच में गजाधर मंडल और उनके परिवार के नाम पर पटना, भागलपुर और अन्य स्थानों पर कई जमीन, फ्लैट और चल संपत्तियां पाई गई हैं। इन सभी संपत्तियों की अनुमानित कुल कीमत करीब 3 करोड़ 72 लाख 61 हजार रुपये है, जो उनकी ज्ञात वैध आय से लगभग 2 करोड़ 82 लाख 61 हजार रुपये अधिक बताई जा रही है।

पूछताछ के लिए कार्यालय ले गई एसयूवी 

इसी आधार पर गजाधर मंडल और अन्य अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, 1988 (संशोधित 2018) की धारा 13(1)(b), 13(2), 12 और भारतीय न्याय संहिता, 2023 की धारा 61(2)(a) के तहत एसवीयू थाने में कांड संख्या 27/2025 दर्ज किया गया है। करीब साढ़े सात घंटे तक चली छापेमारी के बाद एसवीयू की टीम गजाधर मंडल को पूछताछ के लिए अपने दफ्तर ले गई। जांच अधिकारी बिंदेश्वर प्रसाद ने बताया कि पूछताछ के दौरान गजाधर मंडल सहयोग नहीं कर रहे थे, जिस कारण उन्हें कार्यालय ले जाया गया। 

पत्नी के पास अथाह प्रॉपर्टी

उन्होंने बताया कि पटना के एजी कॉलोनी स्थित आवास और भागलपुर के पैतृक घर से महत्वपूर्ण दस्तावेज बरामद हुए हैं। गौरतलब है कि गजाधर मंडल बिहार इंजीनियरिंग सेवा के प्रत्यक्ष भर्ती अधिकारी हैं और वर्ष 1996 में सरकारी सेवा में आए थे। उन्होंने करीब 29 वर्षों तक राज्य के विभिन्न जिलों में कार्यपालक अभियंता सहित कई पदों पर कार्य किया है। वर्तमान में वे दरभंगा में गुणवत्ता नियंत्रण (उत्तर) के निदेशक के पद पर तैनात हैं। एसवीयू अब उनके बैंक खातों, निवेश और संपत्तियों से जुड़े दस्तावेजों की गहन जांच कर रही है।