Bihar News: हर 6 महीने का एक इंजेक्शन बदल देगा एड्स का इलाज, विशेषज्ञ डॉ. दिवाकर तेजस्वी का दावा, बदलेगी HIV थेरेपी
Bihar News: उन्होंने बताया कि लेनाकापाविर एक लॉन्ग-एक्टिंग कैप्सिड इनहिबिटर है, जो हर छह माह में केवल एक बार इंजेक्शन के रूप में दिया जाता है। यह आधुनिक एंटी-रेट्रोवायरल दवा एचआईवी पॉजिटिव मरीजों में वायरल लोड तेजी से कम करती है
Bihar News: विश्व एड्स दिवस के अवसर पर पब्लिक अवेयरनेस फॉर हेल्थफुल अप्रोच फॉर लिविंग (पहल) की ओर से आज डॉ. दिवाकर तेजस्वी क्लिनिक, एक्जीबिशन रोड में एड्स जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में ‘पहल’ के चिकित्सा निदेशक एवं वरिष्ठ एड्स विशेषज्ञ डॉ. दिवाकर तेजस्वी ने एड्स के खिलाफ लड़ाई में नई आशा “लेनाकापाविर” को बताया।
इलाज और बचाव दोनों में प्रभावी
उन्होंने बताया कि लेनाकापाविर एक लॉन्ग-एक्टिंग कैप्सिड इनहिबिटर है, जो हर छह माह में केवल एक बार इंजेक्शन के रूप में दिया जाता है। यह आधुनिक एंटी-रेट्रोवायरल दवा एचआईवी पॉजिटिव मरीजों में वायरल लोड तेजी से कम करती है और प्रतिरोधक (Resistant) एड्स के मामलों में भी असरदार है। साथ ही, लेनाकापाविर एचआईवी संक्रमण से बचाव में भी अत्यधिक प्रभावी पाया गया है।
डॉ. तेजस्वी ने बताए बचाव के उपाय
उन्होंने एचआईवी/एड्स से बचाव के लिए लोगों को जागरूक करते हुए कहा कि सुरक्षित यौन संबंध स्थापित करें। किसी भी सुई या सिरिंज को साझा न करें। केवल प्रमाणित ब्लड बैंक से एचआईवी-मुक्त रक्त ही लें। एचआईवी पॉजिटिव गर्भवती महिलाओं को समय पर उपचार उपलब्ध कराएं। सभी चिकित्सा उपकरणों की पूर्ण स्टरलाइजेशन सुनिश्चित करें।
एड्स मुक्त समाज का निर्माण
डॉ. तेजस्वी ने कहा कि “लेनाकापाविर के आगमन से एड्स-मुक्त समाज का सपना और करीब आ गया है। यह दवा उपचार और रोकथाम दोनों में क्रांतिकारी बदलाव ला रही है।” उन्होंने उम्मीद जताई कि यह इंजेक्शन अगले एक वर्ष के भीतर भारत में उपलब्ध हो जाएगा। कार्यक्रम में अमेरिका से आए ‘पहल’ के सलाहकार विभाकर यशस्वी ने कहा कि ऐसे आयोजन समाज में जागरूकता बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इस अवसर पर ‘पहल’ के सुमन कुमार, मनोज कुमार, किशोर कुमार और नीरज कुमार भी मौजूद रहे।