एसटीएफ ने 12 साल से फरार मोस्टवांटेड अपराधी 'गोलू पंडित' को दबोचा

एसटीएफ ने 12 साल से फरार मोस्टवांटेड अपराधी 'गोलू पंडित' को
एसटीएफ ने 12 साल से फरार मोस्टवांटेड अपराधी 'गोलू पंडित' पटना से दबोचा- फोटो : NEWS 4 NATION

अपराध और अपराधियों पर लगाम लगाने खातिर बिहार एसटीएफ ताबड़तोड़ एक्शन में है इसी क्रम में रविवार की दरमियानी रात एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए पटना के मोस्टवांटेड अपराधी दुर्गेश मिश्रा उर्फ गोलू पंडित को गिरफ्तार कर लिया है। बुद्धा कॉलोनी के चकाराम इलाके का रहने वाला यह कुख्यात अपराधी पिछले 12 सालों से लगातार पुलिस की गिरफ्त से बच रहा था और अपना ठिकाना बदल रहा था। एसटीएफ ने उसे पटना के राजेंद्र नगर स्थित लोहानीपुर के एक किराए के मकान से पकड़ा। पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, गोलू पंडित पर हत्या, रंगदारी, लूट और आर्म्स एक्ट सहित दर्जनों गंभीर मामले दर्ज हैं।


पहचान छिपाकर रह रहा था साधारण किराएदार बनकर

एसटीएफ को 30 नवंबर रविवार की रात गोलू पंडित की लोहानीपुर में मौजूदगी की पुख्ता जानकारी मिली, जिसके बाद टीम ने तुरंत इलाके की घेराबंदी कर उसे हिरासत में ले लिया। पुलिस के मुताबिक, गिरफ्तारी से बचने के लिए गोलू पंडित अपनी पहचान छिपाकर रह रहा था। वह घनी दाढ़ी-मूंछ रखकर और कमरा किराए पर लेते समय गलत नाम बताकर एक साधारण किराएदार की तरह जीवन बिता रहा था। स्थानीय लोगों को भी उसकी आपराधिक पृष्ठभूमि की कोई जानकारी नहीं थी, और वह पुलिस की नज़र से बचने के लिए सार्वजनिक स्थानों पर कम ही निकलता था।


पूछताछ में कई अहम खुलासे, अन्य अपराधियों की तलाश शुरू

गिरफ्तारी के बाद एसटीएफ ने दुर्गेश मिश्रा उर्फ गोलू पंडित को कोतवाली थाना को सौंप दिया है, जहां उससे पिछले छह घंटों से गहन पूछताछ जारी है। पूछताछ में अपराधी ने पुराने मामलों और पटना में हुई विभिन्न आपराधिक घटनाओं से जुड़ी कई महत्वपूर्ण जानकारियां दी हैं। गोलू पंडित पर 2020 में बेऊर में एक प्रॉपर्टी डीलर की हत्या और दानापुर, रूपसपुर, गोपालपुर तथा कोतवाली इलाकों में इंजीनियर के अपहरण का भी आरोप है। एसटीएफ अधिकारियों ने इस गिरफ्तारी को बड़ी उपलब्धि मानते हुए कहा है कि इससे कई लंबित मामलों की कड़ियां खुल सकती हैं। पुलिस अब इन जानकारियों की तस्दीक कर रही है और उसके नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों की पहचान के लिए टीमें गठित की गई हैं।