Bihar Politics: तेजस्वी यादव से मिलने आधी रात को पहुंचे चतरा के पूर्व विधायक, हेमंत सोरेन के सीक्रेट मेसैज से आया सियासी उबाल, क्या क्या हुई बात जानिए...
Bihar Politics: बिहार में विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी हलचल तेज है। इसी बीच तेजस्वी यादव से मिलने आधी रात को चतरा के पूर्व विधायक पहुंचे। आइए जानते हैं दोनों नेताओं में क्या बातचीत हुई...
Bihar Politics: बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर प्रदेश में तैयारी तेज है। सभी पार्टी अब अपनी तैयारियों को तेज कर दी है। सीट बंटवारे से लेकर उम्मीवारों की घोषाणाओं तक को लेकर वरिष्ठ नेताओं में गुत्थम-गुत्थी जारी है। इसी बीच एक और बड़ी खबर सामने आ रही है। दरअसल, आधी रात को तेजस्वी यादव से मिलने झारखंड के चतरा के पूर्व विधायक सह पूर्व मंत्री संत्यानंद भोक्ता पहुंचे। पटना पहुंचते ही पूर्व विधायक नेताप्रतिपक्ष के पास पहुंचे। उनसे मुलाकात कर अपने नेता हेमंत सोरेन का सीक्रेट मेसैज उन तक पहुंचाया। वहीं आधी रात को हुए इस मीटिंग से सियासी उबाल आ गया है।
आधी रात को सीक्रेट मीटिंग
दरअसल, हेमंत सोरेन की पार्टी झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) बिहार विधानसभा चुनाव लड़ेगी। जेएमएम ने पहले ही दावा किया था कि वो बिहार में विधानसभा चुनाव लड़ेगी। जानकारी अनुसार जेएमएम ने राजद से 12 सीटों की मांग की है। दूसरी ओर, झारखंड में बीजेपी और जेएमएम की दोस्ती की खबरें भी चल रही है। खबरों और कयासों के बीच हेमंत सोरेन का सीक्रेट मेसैज लेकर देर रात चतरा के पूर्व विधायक सह पूर्व मंत्री सत्यानंद भोक्ता पटना पहुंचे। उन्होंने तेजस्वी यादव से मुलाकात की।
तेजस्वी तक पहुंचा हेमंत सोरेन का संदेश
वहीं सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में जेएमएम की क्या मांग है? इस पर तेजस्वी यादव को पूर्व विधायक ने विस्तार से बताया। पूर्व विधायक ने तेजस्वी यादव को हेमंत सोरेन की संदेश से अवगत कराया। गौरतलब हो कि, बीते हफ्ते रांची में लालू के करीबी भोला यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि, इस बार बिहार में महागठबंधन का हिस्सा होगी और बिहार में जेएमएम भी चुनाव लड़ेगी।
2020 में जेएमएम ने अकेले लड़ा था चुनाव
बता दें कि, महागठबंधन में तमाम बैठकों के बाद भी अब तक सीट शेयरिंग को लेकर कोई सहमति नहीं बनी है। इसी बीच जेएमएम का दावा कहीं ना कहीं बिहार में सियासी हलचल को तेज कर रही है। मालूम हो कि, 2020 के बिहार चुनावों में भी जेएमएम ने महागठबंधन में शामिल होने की कोशिश की थी लेकिन उसकी ये कोशिश विफल रही। जिसके बाद JMM ने पांच सीटों (पीरपैंती, कटोरिया, झाझा, चकाई और मनिहारी) पर अकेले चुनाव लड़ा था। JMM की तब सभी सीटों पर हार हुई थी।
जेएमएम का दावा
हालांकि, पार्टी ने चकाई में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया था, जहां उसे 8.96% वोट मिले थे। हालांकि JMM 2024 के झारखंड चुनावों का हवाला दे रहा है जब उसने गठबंधन की सत्ता में वापसी के बाद RJD को छह सीटें और एक मंत्री पद दिया था। 81 सदस्यीय झारखंड विधानसभा के लिए हुए चुनावों में JMM ने 34 सीटें, कांग्रेस ने 16, RJD ने 4 और CPI (ML) को 2 सीटें मिली थीं। वहीं अब जेएमएम के कई नेताओं का कहना है कि राजद के पास अब एहसान उतारने का समय आ गया है।
देबांसु प्रभात की रिपोर्ट