Bihar Assembly Session 2025: राज्यपाल का अभिभाषण, सरकार की उपलब्धियों का दर्पण, मेडिकल कॉलेज, सड़क क्रांति और सर्वसमावेशी विकास पर नीतीश सरकार का जोर
Bihar Assembly Session 2025: बिहार विधानसभा सत्र के तीसरे दिन राज्यपाल आरिफ मोहम्मद ख़ान का अभिभाषण सेंट्रल हॉल में पूरे गरिमा के साथ हो रहा है।
Bihar Assembly Session 2025: बिहार विधानसभा सत्र के तीसरे दिन राज्यपाल आरिफ मोहम्मद ख़ान का अभिभाषण सेंट्रल हॉल में पूरे गरिमा के साथ हो रहा है। उन्होंने विधायकों, विधान परिषद के सदस्यों, मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्रियों और सदन के सभी माननीय सदस्यों का हार्दिक अभिनंदन करते हुए अपने संबोधन की शुरुआत की। राज्यपाल ने हालिया विधानसभा चुनाव में जनता द्वारा दिए गए जनादेश को लोकतंत्र की शक्ति बताते हुए कहा कि बिहार ने एक बार फिर स्थिरता और सुशासन के पक्ष में वोट दिया है। इसी क्रम में उन्होंने नीतीश कुमार को दसवीं बार मुख्यमंत्री बनने पर बधाई देते हुए उनके मंत्रिमंडल को शुभकामनाएँ भी दीं।
अभिभाषण का सबसे महत्वपूर्ण पहलू रहा बिहार के विकास मॉडल की खुली तारीफ़। राज्यपाल ने बताया कि बिहार में 27 नए मेडिकल कॉलेजों का निर्माण तेज़ी से हो रहा है, जिससे राज्य स्वास्थ्य शिक्षा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनता जा रहा है। उन्होंने कहा कि अब हर जिले में इंजीनियरिंग की पढ़ाई उपलब्ध कराई जा रही है। इससे वह दौर खत्म हो रहा है जब बिहार के छात्रों को पढ़ाई के लिए राज्य से बाहर जाना पड़ता था। आज स्थिति उलट चुकी है दूसरे राज्यों के छात्र बिहार आकर शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं।
राज्यपाल ने इंफ्रास्ट्रक्चर के तेज़ विकास पर भी विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि सूबे में बाईपास, रेल पुल और नई सड़कों का निर्माण इतनी तेज़ी से हुआ है कि अब प्रदेश के सबसे दूरस्थ क्षेत्रों से भी सिर्फ पाँच घंटे में पटना पहुँचना संभव हो गया है। यह सड़क क्रांति बिहार की नई तेज़ रफ्तार का संकेत है।
अपने संबोधन में राज्यपाल ने सामाजिक न्याय और समावेशी विकास पर सरकार के फोकस को प्रमुखता से रेखांकित किया। उन्होंने बताया कि तलाकशुदा महिलाओं को आर्थिक सहायता दी जा रही है, जबकि मदरसों को सरकारी मान्यता देकर उनके शिक्षकों को अन्य सरकारी शिक्षकों के समान वेतन उपलब्ध कराया गया है। राज्यपाल ने यह भी कहा कि सरकार ने हिंदू, मुस्लिम, पिछड़ा, अतिपिछड़ा, दलित—सभी वर्गों के विकास को प्राथमिकता दी है। छात्रवृत्ति योजनाओं से लेकर सिविल सेवा प्रोत्साहन योजना, मुख्यमंत्री ग्राम परिवहन रोजगार योजना, तथा अल्पसंख्यक कल्याण के लिए स्कूल, हॉस्टल और मुफ्त कोचिंग—इन सभी पहलों का उल्लेख उन्होंने गर्व के साथ किया।
कुल मिलाकर, राज्यपाल का संबोधन एक ऐसे बिहार की तस्वीर पेश करता है जो शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क निर्माण और सामाजिक न्याय के क्षेत्र में नई ऊँचाइयों की ओर बढ़ रहा है। यह अभिभाषण सरकार की उपलब्धियों का राजनैतिक आईना भी है और आने वाले दिनों की प्राथमिकताओं का संकेत भी।