Holi 2025: आधा बिहार आज खेल रहा है होली,सूबे के ज्यादातर लोग कल मनाएंगे रंगोंत्सव का त्योहार
Holi 2025:होली की तारीख को लेकर भी संशय है। बिहार के कई हिस्सों में होली आज मनाई जा रही है तो बहुतायत इलाकों में कल रंगोत्सव मनाई जाएगी।

Holi 2025: रंगों का त्योहार होली भारत के विभिन्न हिस्सों में बड़े धूमधाम से मनाया जा रहा है। यह त्योहार मुख्य रूप से फाल्गुन मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है। बिहार में रंगों के पर्व को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है। इस बार होली का त्योहार आधे लोगों द्वारा मनाया जा रहा है और आधे लोग इसे बाद में मनाने की योजना बना रहे हैं। गुरुवार की आधी रात को अगजा, अर्थात् होलिका दहन के बाद भी यह असमंजस जारी है, जिसका कारण महत्वपूर्ण है। बिहार में सूर्य के उदय और अस्त के प्रति लोगों की गहरी आस्था है, जिसके चलते आधा बिहार आज होली का जश्न मना रहा है, जबकि बड़ी संख्या में लोग शनिवार को इसे मनाने का निर्णय ले रहे हैं। फाल्गुन पूर्णिमा के अवसर पर गुरुवार रात 10:47 बजे होलिका दहन का समय निर्धारित था, जिससे यह स्थिति उत्पन्न हुई।इस वर्ष, बिहार में होली का उत्सव आधे राज्य में आज मनाया जा रहा है, जबकि अन्य क्षेत्रों में कल इसे मनाने की योजना बनाई गई है।आज सिवान, छपरा में रंगोत्सव मनाया जा रहा है।बाकी पटना , समेत कई इलाकों में होली कल मनाई जाएगी।
होली का त्योहार प्रेम, भाईचारे और एकता का प्रतीक है। यह बुराई पर अच्छाई की जीत का भी प्रतीक माना जाता है। इस दिन लोग एक-दूसरे को रंग लगाते हैं, मिठाइयाँ बाँटते हैं और एक-दूसरे के साथ मिलकर खुशियाँ मनाते हैं।
बिहार में होली के अवसर पर विशेष उत्साह देखने को मिलता है। यहाँ के लोग पारंपरिक गीत गाते हैं और नृत्य करते हैं। गाँवों और शहरों में विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। इस वर्ष, आधे बिहार में आज होली मनाई जा रही है, जिसका अर्थ यह है कि कुछ स्थानों पर पहले ही रंग खेला जा चुका है।
कल अधिक लोग होली मनाएंगे क्योंकि कई क्षेत्रों में आज कामकाजी दिन होने के कारण लोग अपने कार्यों में व्यस्त रह सकते हैं। इसलिए, अगले दिन जब सभी छुट्टी पर होंगे, तब वे अपने परिवार और दोस्तों के साथ मिलकर इस पर्व को धूमधाम से मनाएंगे।