Railway News: रेलवे का नया नियम, अब स्लीपर से सीधे मिलेगी सेकेंड एसी में बर्थ, बस करना होगा ये काम
Railway News: रेलवे ने यात्रियों को बड़ी राहत दी है। रेलवे के नए नियम के अनुसार अब स्लीपर टिकट सेकेंड एसी तक अपग्रेड होगा वो भी बिना किसी अतिरिक्त शुल्क के। इस नियम से लाखों यात्रियों को फायदा मिलेगा।
Railway News: भारतीय रेलवे को देश की लाइफलाइन कहा जाता है। हर दिन करोड़ों यात्री ट्रेन स सफर करते हैं। अपने यात्रियों को सुविधा देने के लिए रेलवे की ओर से अक्सर कई नियम बनाए जाते हैं। इसी कड़ी में रेलवे ने ट्रेन से यात्रा करने वाले लाखों यात्रियों को बड़ी राहत दी है। दरअसल, भारतीय रेलवे ने टिकट अपग्रेडेशन की सुविधा का दायरा बढ़ाते हुए अब स्लीपर क्लास से सीधे सेकेंड एसी तक अपग्रेडेशन की अनुमति दे दी है। यह नई व्यवस्था रेलवे बोर्ड द्वारा 13 मई को सभी क्षेत्रीय जोनों को जारी निर्देश के तहत लागू की गई है।
स्लीपर से सीधे सेकेंड एसी में बर्थ
अब तक यह सुविधा केवल थर्ड एसी तक सीमित थी, लेकिन नए नियमों के तहत स्लीपर क्लास से सेकेंड एसी, कुर्सीयान (सेकेंड सिटिंग) से एसी चेयरकार और एसी चेयरकार से एग्जीक्यूटिव क्लास तक टिकट बिना किसी अतिरिक्त शुल्क के अपग्रेड हो सकेंगे। इसके अलावा सेकेंड एसी से फर्स्ट एसी तक भी अपग्रेडेशन संभव होगा, यदि सीटें खाली हों।
यात्रियों के लिए बड़ी पहल
रेलवे बोर्ड के निदेशक (पैसेंजर मार्केटिंग) संजय मनोचा ने यह जानकारी दी और साथ ही क्रिस (CRIS) को इस संबंध में सॉफ्टवेयर में जरूरी बदलाव करने के निर्देश भी दिए हैं, ताकि नई व्यवस्था को तकनीकी रूप से सुचारू किया जा सके।
कैसे काम करती है यह सुविधा?
रेलवे की ऑटो-अपग्रेडेशन स्कीम 2006 से लागू है। यदि कोई यात्री टिकट बुकिंग के समय IRCTC पर 'Auto Upgrade' विकल्प को चुनता है और चार्ट तैयार होने के बाद उच्च श्रेणी में सीटें खाली रहती हैं, तो उसका टिकट स्वतः अपग्रेड हो जाता है वो भी बिना किसी अतिरिक्त भुगतान के।
नई व्यवस्था के फायदे
नई व्यवस्था लागू होने से अब खाली सीटों का बेहतर उपयोग होगा। यात्रियों को बिना अतिरिक्त शुल्क के बेहतर श्रेणी में सफर का मौका मिलेगा। स्लीपर से सेकेंड एसी तक अब सीधे अपग्रेड होगा। सेकेंड सिटिंग से चेयरकार, चेयरकार से एग्जीक्यूटिव क्लास तक अपग्रेड संभव होगा। सेकेंड एसी से फर्स्ट एसी तक भी अपग्रेडेशन, यदि सीट उपलब्ध हो तो हो सकेगा।
क्या है रिफंड नियम
यदि अपग्रेड होने के बाद यात्री टिकट रद्द करता है तो रिफंड मूल टिकट की श्रेणी के अनुसार ही मिलेगा न कि अपग्रेड की गई श्रेणी के आधार पर। रेलवे की इस नई पहल से न सिर्फ सीटों की बर्बादी रुकेगी, बल्कि आम यात्रियों को भी किफायती दरों में आरामदायक यात्रा का अनुभव मिलेगा। रेलवे यात्रियों को सलाह दी जा रही है कि वे टिकट बुक करते समय 'ऑटो अपग्रेड' विकल्प जरूर चुनें, ताकि इस सुविधा का पूरा लाभ मिल सके।