Viral Video: जम्मू-कश्मीर बाढ़ में इंसानियत की मिसाल! शख्स ने पीठ पर बांधकर गाय के बछड़े को बचाया, वीडियो वायरल
Viral Video: जम्मू-कश्मीर बाढ़ के बीच एक शख्स ने पीठ पर गाय के बछड़े को बांधकर बचाया। इंसानियत की इस मिसाल ने सोशल मीडिया पर दिल जीत लिया। वीडियो को लाखों व्यूज और हजारों लाइक्स मिले।
Viral Video: जम्मू-कश्मीर इन दिनों भारी बारिश और बाढ़ जैसी विपदा से जूझ रहा है। ऐसे कठिन समय में जहां लोग अपनी जान बचाने को प्राथमिकता देते हैं, वहीं एक शख्स ने गाय के बछड़े (कैल्फ) को अपनी पीठ पर बांधकर सुरक्षित स्थान पर ले जाकर इंसानियत की अनोखी मिसाल पेश की।यह घटना कैमरे में कैद हो गई और सोशल मीडिया पर अपलोड होते ही वायरल हो गई।
वीडियो में क्या है खास?
वीडियो में दिखता है कि शख्स ने अपनी पीठ पर गाय के बछड़े को रस्सी और कपड़े से कसकर बांधा हुआ है। बारिश से बचाने के लिए उसे प्लास्टिक बोरी से बने कपड़े से ढका गया है।जब वह शख्स बाढ़ग्रस्त इलाके से गुजरता है, तो वीडियो रिकॉर्ड कर रहा व्यक्ति उसकी बहादुरी और करुणा की तारीफ करते हुए कहता है कि सलाम है ऐसे इंसान को, जिसने अपनी जान की परवाह न करते हुए बेजुबान जानवर को बचाया।आसपास पानी से भरे नाले और कीचड़ साफ दिखाई देते हैं। अंदाजा लगाया जा सकता है कि अगर यह शख्स समय पर कदम न उठाता तो गाय का बच्चा डूब भी सकता था।
सोशल मीडिया पर वायरल, यूजर्स कर रहे तारीफ
यह वीडियो 28 अगस्त को Instagram पर @narindersingh3071 नामक अकाउंट से अपलोड किया गया था। अब तक इसे 6 लाख से ज्यादा व्यूज और करीब 99 हजार लाइक्स मिल चुके हैं।इस पोस्ट पर 2,500 से अधिक कमेंट्स आए, जिनमें लोगों ने शख्स की इंसानियत की दिल खोलकर तारीफ की।एक यूजर ने लिखा कि वो सच में हीरा है। दूसरे ने कहा कि भाई ने दिल जीत लिया। तीसरे ने लिखा कि रियल एनिमल लवर। चौथे ने कहा कि ये बेहद प्यारा नजारा है, वह व्यक्ति सच में एक रत्न है।इस वीडियो पर लोग न सिर्फ प्यार जता रहे हैं बल्कि इसे इंसानियत की असली परिभाषा भी बता रहे हैं।
बाढ़ और मुश्किल हालात
जम्मू-कश्मीर में पिछले कुछ दिनों से जारी भारी बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। कई नदियां और नाले उफान पर हैं और निचले इलाके पानी में डूब चुके हैं। ऐसे में जानवरों की सुरक्षा भी एक बड़ी चुनौती है।ऐसे संकट भरे माहौल में इस शख्स का बछड़े को बचाना न सिर्फ पशु प्रेम का उदाहरण है बल्कि यह दिखाता है कि मानवता अभी जिंदा है।