PMCH में मरीजों के लिए बड़ी राहत: जूनियर डॉक्टरों ने खत्म की हड़ताल, प्रशासन से लिखित आश्वासन मिलने के बाद काम पर लौटे
PMCH JE STRIKE - पटना पीएमसीएच (PMCH) में चल रही जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल गुरुवार को खत्म हो गई है। प्रशासन द्वारा सुरक्षा और 'सेफ वर्किंग एनवायरनमेंट' की लिखित गारंटी मिलने के बाद JDA ने तत्काल प्रभाव से काम पर लौटने का ऐलान किया।
Patna - पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल (PMCH) में इलाज कराने वाले हजारों मरीजों के लिए राहत भरी खबर है। जूनियर डॉक्टर्स एसोसिएशन (JDA) ने अपनी हड़ताल को तत्काल प्रभाव से खत्म करने का फैसला लिया है। गुरुवार (04.12.2025) को अस्पताल प्रशासन और पुलिस अधिकारियों के साथ हुई मैराथन बैठक और लिखित आश्वासन मिलने के बाद डॉक्टरों ने काम पर लौटने का निर्णय लिया।
क्या हुआ बैठक में?
आज सुबह 11:30 बजे पीएमसीएच के प्रिंसिपल, सुपरिटेंडेंट और प्रशासनिक व सुरक्षा अधिकारियों के साथ जेडीए और अंडरग्रेजुएट स्टूडेंट्स की एक अहम बैठक हुई। बैठक में प्रशासन ने डॉक्टरों की सभी मांगों को स्वीकार कर लिया। प्रशासन ने अस्पताल की सुरक्षा और कामकाज से जुड़े जरूरी मुद्दों पर तुरंत कार्रवाई का भरोसा दिया है।
हड़ताल की वजह और सुरक्षा पर चिंता (क्यों गए थे हड़ताल पर?)
जूनियर डॉक्टर अस्पताल परिसर में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम न होने और डॉक्टरों के साथ आए दिन होने वाली मारपीट व बदसलूकी की घटनाओं से नाराज होकर हड़ताल पर थे। वे काम करने के लिए एक सुरक्षित माहौल (Safe Working Environment) की मांग कर रहे थे।
अब किए गए हैं ये सुरक्षा इंतजाम: समझौते के तहत प्रशासन ने निम्नलिखित कदम उठाए हैं:
फोर्स की तैनाती: इमरजेंसी, ओपीडी (OPD), वार्ड और हॉस्टल सहित सभी संवेदनशील जगहों पर भारी पुलिस बल और इंटरनल सिक्योरिटी गार्ड तैनात कर दिए गए हैं।
पुलिस की निगरानी: गांधी सेतु आउटपोस्ट, पीरबहोर थाना और कोतवाली थाना ने डॉक्टरों और स्टाफ के सुरक्षित आने-जाने के लिए लगातार पेट्रोलिंग और निगरानी का भरोसा दिया है।
सख्त कार्रवाई का वादा: प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि भविष्य में किसी भी तरह की हिंसा या गलत व्यवहार करने वालों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
जेडीए का बयान
जूनियर डॉक्टर्स एसोसिएशन (JDA) ने कहा कि प्रशासन के सकारात्मक रवैये और लिखित आश्वासन को देखते हुए मरीजों के हित में हड़ताल वापस ली जा रही है। हालांकि, संघ ने चेतावनी भी दी है कि वे इन वादों के लागू होने पर नजर रखेंगे। यदि सुरक्षा उपायों में कोई लापरवाही हुई, तो वे दोबारा आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।
फिलहाल, सभी जूनियर डॉक्टरों को तुरंत प्रभाव से काम पर लौटने का निर्देश जारी कर दिया गया है, जिससे अस्पताल की चिकित्सा व्यवस्था फिर से पटरी पर लौट आई है।
report - anil kumar