मांझी का 'परिवारवाद', 6 में से 3 टिकट रिश्तेदारों को, खुद केंद्रीय मंत्री, बेटा MLC

मांझी ने अपने परिवार के अलावा भूमिहार बिरादरी से आने वाले पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अनिल कुमार के परिवार को भी दो टिकट दिए हैं। अनिल कुमार को गया जिले की टिकारी सीट से और उनके भतीजे रोमित कुमार को इसी जिले की अतरी सीट से उम्मीदवार बनाया गया है।

मांझी का 'परिवारवाद', 6 में से 3 टिकट रिश्तेदारों को- फोटो : NEWS 4 NATION

N4N डेस्क: बिहार में इस बार के विधानसभा चुनाव में जीतन राम मांझी की पार्टी - हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (HAM) - को राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के तहत 6 सीटें मिली हैं। हालांकि, पिछली बार (2020) पार्टी को 7 सीटें मिली थीं और 4 में जीत हासिल हुई थी। कम सीटें मिलने के बावजूद मांझी ने टिकट बंटवारे में अपने परिवार को प्राथमिकता दी है, पार्टी को मिली 6 सीटों में से आधी (3) टिकट अपने रिश्तेदारों को दिए हैं।

खुद केंद्रीय मंत्री, बेटा MLC... अब बहू, समधन और दामाद मैदान में

जीतन राम मांझी खुद केंद्र सरकार में मंत्री हैं। उनके बेटे संतोष कुमार सुमन बिहार सरकार में मंत्री और विधान परिषद के सदस्य (MLC) हैं।

इस बार मांझी ने अपने परिवार के तीन सदस्यों को टिकट दिया है:

  • बहू: दीपा कुमारी को अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित इमामगंज सीट से उम्मीदवार बनाया गया है। दीपा ने 2024 के उपचुनाव में इस सीट पर जीत हासिल की थी, जब मांझी के लोकसभा चुनाव जीतने के बाद सीट खाली हुई थी।

  • समधन: ज्योति देवी (बहू दीपा की मां) को आरक्षित बाराचट्टी सीट से टिकट दिया गया है।

  • दामाद: प्रफुल्ल कुमार मांझी को जमुई जिले की सिकंदरा सीट से प्रत्याशी बनाया गया है।

एक और परिवार को 2 टिकट


मांझी ने अपने परिवार के अलावा भूमिहार बिरादरी से आने वाले पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अनिल कुमार के परिवार को भी दो टिकट दिए हैं। अनिल कुमार को गया जिले की टिकारी सीट से और उनके भतीजे रोमित कुमार को इसी जिले की अतरी सीट से उम्मीदवार बनाया गया है।

इस तरह, पार्टी को मिली कुल 6 सीटों में से 5 टिकट दो ही परिवारों (मांझी परिवार और अनिल कुमार का परिवार) को दिए गए हैं।