Operation Sindoor - 25 साल बाद लिया बदला, ऑपरेशन सिंदूर में मारा गया कंधार हाईजैक का मास्टरमाइंड

Operation Sindoor - ऑपरेशन सिंदूर के साथ भारत ने न सिर्फ पहलगाम आतंकी हमले का बदला लिया है। बल्कि 25 साल पहले पहले हुए कंधार हाईजैक के मास्टरमाइंड को भी ढेर कर दिया है।

Patna  - पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में भारत ने पाकिस्तानी आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन सिंदूर चलाया। जिसमें सौ के करीब आतंकी  मारे गए। वहीं भारत ने इस कार्रवाई  से 25 साल पहले हुए कंधार हाईजैक का भी बदला ले लिया है। जहां ऑपरेशन सिंदूर में मसूद अजहर का पूरा परिवार मारा गया। वहीं इस हमले में कंधार हाईजैक के मास्टरमाइंड रऊफ असगर की भी मौत हो गई है। बताया  जा रहा है कि रऊफ असगर वही आतंकी है जो 1999 में हुए IC-814 विमान अपहरण की पूरी प्लानिंग को अंजाम दिया था।

ऊफ असगर जैश-ए-मोहम्मद के संस्थापक मौलाना मसूद अजहर का भाई था। वह अजहर के परिवार के 10 लोगों में शामिल था, जो बहावलपुर में समूह के मुख्यालय को निशाना बनाकर किए गए हमले में मारे गए थे। इस हमले में अजहर के करीबी 4 अन्य लोगों समेत कुल 14 लोगों की मौत हुई थी। भारतीय विमान हाईजैक के अलावा रऊफ असगर पठानकोट आतंकी हमला, भारतीय संसद पर हमले के लिए भी जिम्मेदार था। रऊफ असगर को बुधवार को बहावलपुर में दफनाया गया। उसके अंतिम संस्कार में पाकिस्तानी सेना और खुफिया एजेंसी आईएसआई के बड़े अफसर मौजूद थे।  

1999 की घटना

बता दें कि IC-814 की हाईजैकिंग भारतीय इतिहास की सबसे चर्चित और भयावह घटनाओं में से एक थी। 24 दिसंबर 1999 को इंडियन एयरलाइंस की यह फ्लाइट काठमांडू से दिल्ली जा रही थी, जिसमें 176 यात्री और 15 क्रू सदस्य सवार थे. विमान को पांच नकाबपोश आतंकियों ने हाइजैक कर लिया. पहले विमान को अमृतसर लाया गया, लेकिन फिर इसे लाहौर, दुबई और अंत में अफगानिस्तान के कंधार ले जाया गया, जहां उस समय तालिबान का शासन था।

सात दिन तक चले इस संकट के बाद भारत सरकार को तीन बड़े आतंकियों — मौलाना मसूद अजहर, मुश्ताक ज़रगर और उमर शेख को छोड़ना पड़ा था। अब सालों बाद, रऊफ असगर की मौत को भारतीय खुफिया और रक्षा प्रतिष्ठानों ने एक बड़ी सफलता बताया है.