NSMCH के डॉक्टरों ने हासिल की बड़ी उपलब्धि, ओएचवीआईआरए सिंड्रोम से पीड़ित महिला का किया सफल इलाज

बिहटा के नेताजी सुभाष मेडिकल कॉलेज में दुर्लभ रोग ‘OHVIRA सिंड्रोम’ का डॉक्टरों ने सफल इलाज किया। यह बीमारी विश्व स्तर पर मात्र 0.1 प्रतिशत मामलों में ही पाई जाती है। अस्पताल के लिए यह बड़ी उपलब्धि मानी जा रही...

NSMCH के डॉक्टरों की बड़ी उपलब्धि- फोटो : social media

बिहटा स्थित नेताजी सुभाष मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल की चिकित्सक टीम ने एक बार फिर चिकित्सा जगत में बड़ी उपलब्धि हासिल की है। अस्पताल में डॉक्टरों की टीम ने दुर्लभ OHVIRA सिंड्रोम (Obstructed Hemivagina and Ipsilateral Renal Agenesis) से पीड़ित एक महिला मरीज का सफल ऑपरेशन किया है। 

यह बीमारी विश्व स्तर पर मात्र 0.1 प्रतिशत मामलों में ही पाई जाती है। अस्पताल के अनुसार, पीड़िता लंबे समय से कम मासिक धर्म और तीव्र दर्द (डिसमेनोरिया) की समस्या से जूझ रही थी। जांच के दौरान चिकित्सकों ने मरीज के पेट में लगभग 10x10 सेमी का मास और करीब 1500 सीसी रक्त का संग्रह पाया। 

इसके बाद डॉक्टरों की टीम ने डायग्नोस्टिक लैप्रोस्कोपी और हिस्टेरोस्कोपी की मदद से हेमाटोकोल्पोमीट्रा का सफल ऑपरेशन किया। इस जटिल सर्जरी को सफलतापूर्वक अंजाम देने वाली गायनी टीम में डॉ. संवेदना, डॉ. रानु, डॉ. सिमरन आर्या, डॉ. दिव्या, डॉ. रंजीत, डॉ. प्रमोद और डॉ. विवेक शामिल थे।

अस्पताल प्रशासन ने इसे संस्थान की बड़ी उपलब्धि बताया और कहा कि नेताजी सुभाष मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल जटिल और दुर्लभ बीमारियों के इलाज में लगातार अग्रणी भूमिका निभा रहा है। यह उपलब्धि न केवल कॉलेज के लिए, बल्कि बिहार की स्वास्थ्य सेवाओं के लिए भी एक मील का पत्थर साबित हो रही है।