Patna Metro: पटना मेट्रो का किराया तय ! बिजली विभाग से बातचीत,जानिए कितने से कितने बजे तक चलेगी मेट्रो रेल
Patna Metro: पटना मेट्रो का किराया कितना होगा ये बिजली की दरों पर तय होगा। इसको लेकर बिजली विभाग से बातचीत चल रही है। हालांकि मेट्रो अधिकारियों का कहना है कि किराया यदि अधिक हुआ तो मेट्रो परियोजना का सफल नहीं हो पाएगा...
Patna Metro: पटना मेट्रो के पहले फेज का संचालन 15 अगस्त से शुरू होने जा रहा है। इस चरण में मेट्रो ट्रेन मलाही पकड़ी से आईएसबीटी तक चलेगी। इसी महीने पटरियां बिछाने के काम को पूरा कर लिया जाएगा। इसी महीने ट्रायल भी किया जाएगा। जानकारी अनुसार मेट्रो कोच महाराष्ट्र से मंगवाए जा रहे हैं। जिनकी अनुमानित लागत 30 से 35 करोड़ रुपये बताई जा रही है। कोच के इसी महीने पटना पहुंचने की संभावना है। वहीं मेट्रो की रेट की बात करें तो अभी तक मेट्रो का किराया तय नहीं हो पाया है।
बिजली दर से तय होगा किराया
पटना मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (PMRC) ने साउथ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी से नो प्रॉफिट-नो लॉस के आधार पर बिजली देने की मांग की है ताकि किराया न्यूनतम रखा जा सके। सोमवार को इस मामले में बिहार विद्युत विनियामक आयोग के कोर्ट रूम में सुनवाई हुई। आयोग के अध्यक्ष आमिर सुबहानी, सदस्य पुरुषोत्तम सिंह यादव और अरुण कुमार सिन्हा ने दोनों पक्षों की दलीलें सुनीं। आयोग ने 15 जुलाई को फिर से पक्ष रखने का आदेश दिया है। उसके बाद मामला विचाराधीन रखकर अंतिम फैसला लिया जाएगा।
इतना होगा किराया
पटना मेट्रो के अधिकारियों ने कहा कि हमारी प्राथमिकता कम किराया रखना है। अगर बिजली महंगी होगी तो किराया भी बढ़ेगा। ऐसे में लोग ऑटो, बस जैसे अन्य विकल्प चुनेंगे और मेट्रो परियोजना का उद्देश्य ही खत्म हो जाएगा। बता दें कि 15 अगस्त से पटना मेट्रो की शुरुआत तीन कोच वाली ट्रेन से हो जाएगी। जिसमें एक बार में 150 यात्री बैठ सकेंगे। वहीं भविष्य में जरूरत के अनुसार कोचों की संख्या बढ़ाकर आठ तक की जा सकेगी। किराया की बात करें तो पटना मेट्रो का किराया 10 से 60 रुपये के बीच होगा। खास बात यह है कि कम दूरी पर अधिक किराया और लंबी दूरी पर कम किराया का फॉर्मूला लागू किया जाएगा। अंतिम किराया दरें फेयर फिक्सेशन कमेटी की सिफारिशों के आधार पर तय की जाएंगी।
पटना जंक्शन से रुकनपुरा तक अंडरग्राउंड मेट्रो की तैयारी
इसके साथ ही पटना जंक्शन से रुकनपुरा तक अंडरग्राउंड मेट्रो का निर्माण भी होना है। यह प्रोजेक्ट जायका (JICA) फंड से पूरा किया जाएगा। हालांकि फंड मिलने में देरी के कारण इसका काम अब तक शुरू नहीं हो पाया है। पटना मेट्रो रेल कॉरपोरेशन के अधिकारियों ने कहा कि मेट्रो का संचालन रेलवे से अलग होगा। मेट्रो सुबह 5 बजे से रात 11 बजे तक ही चलेगी, जबकि रेलवे का परिचालन 24 घंटे होता है और वह मालगाड़ियां भी चलाता है।