Bihar News: वाह रे बिहार पुलिस ! थाने में 30 घंटे तक बाप-बेटे को बैठा वर्दी धारी ने ही कर दिया बड़का खेला, घर पहुंचे तो उड़े होश

Bihar News: बिहार पुलिस का हैरान कर देने वाला कारनामा सामने आया है। पीड़ित परिवार ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाया है। पीड़ित का कहना है कि उनको लगातार धमकी दी जा रही है। पढ़िए आगे...

बिहार पुलिस का कारनामा- फोटो : reporter

Bihar News:  बिहार में जमीनी विवाद में खून खराबे के मामले अक्सर सामने आते रहते है। जिसे देखते हुए बिहार सरकार ने जमीन सर्वे कराने का फैसला लिया। इस सर्वे से यह पता चल जाएगा की जमीन का असली मालिकाना हक किसका है और जिसके बाद उन्हें यह संपत्ति दे दी जाएगी। लेकिन इसी बीच एक हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है। जानकारी अनुसार कुछ जमीन मालिक क़ई वर्षों से अपने जमीन पर रह रहे थे लेकिन इसी बीच अचानक उनलोगों को उनके जमीन से बेदखल कर दिया गया है और उस जमीन पर दूसरे पक्ष का कब्जा करा दिया गया है। पीड़ित पक्ष ने पुलिस के द्वारा जबरदस्ती जमीन पर कब्जा कराने का आरोप लगाया गया है। इस मामले में सीनियर एसपी ने मामले के जांच के लिए ग्रामीण एसपी को कहा है। 

पुलिस पर लगाया गंभीर आरोप 

जानकारी अनुसार पटना के दीदारगंज थाना क्षेत्र में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। जहां स्थानीय पुलिस पर ही एक विवादित जमीन को अवैध रूप से कब्जा कराने का संगीन आरोप लगा है। पीड़ित पक्ष, मुनटुन साव और उनके परिवार ने,पटना के पूर्व डिप्टी मेयर के बेटे पवन कुमार और मीनू कुमारी पर दीदारगंज पुलिस की मिलीभगत से उनकी 52 कट्ठे पुस्तैनी जमीन पर कब्जा करने का आरोप लगा है। यह घटना दीदारगंज थाना क्षेत्र के महावीर घाट के पास की है। शनिवार की सुबह पीड़ित पक्ष के लोगों ने पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए न्याय की मांग की है। हालांकि इस दौरान भू स्वामियों ने पुलिस की ज्यादती के खिलाफ नारेबाजी भी की।

पीड़ित को दी जान से मारने की धमकी 

मुनटुन साव के अलावे अन्य 12-13 भूस्वामियों का कहना है कि उनकी कुल 52 कट्ठे की जमीन पर अचानक पवन कुमार ने दावा ठोक दिया। विरोध करने पर उनके साथ मारपीट की गई। पीड़ितों ने आरोप लगाया है कि दूसरे पक्ष के लोग गुंडे लेकर आए और उन्हें जान से मारने की धमकी दी गई। मुनटुन साव का दावा है कि उनके पास अपनी रयती जमीन के सभी कागजात मौजूद हैं। जमीन पर लगा उनके नाम का बिजली मीटर भी है। जबकि पवन कुमार ने जमीन पर मालिकाना हक का कोई भी पेपर नहीं दिखाया। सबसे गंभीर आरोप दीदारगंज थानाध्यक्ष रणवीर कुमार, थाने के मुंशी लाल देव और एसआई धनंजय सिंह पर है।

थाने में बैठे रखा और जमीन पर करा दी अवैध कब्जा 

मुनटुन साव के मुताबिक, पुलिस ने उन्हें और उनके बेटे को जबरन थाने ले जाकर लगभग 30 घंटे तक बिठाए रखा जबकि नियमतःह थाने में बिना किसी आरोप के 24 घंटे से ज्यादा किसी को नहीं रोक कर रखा जा सकता है। इधर मूनटुन साव और उनके बेटे को थाने में बैठाए रखा गया औऱ इसी दौरान रात के अंधेरे में उनकी जमीन पर अवैध कब्जा कर लिया गया। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि पुलिस ने उन्हें "रेप केस में फंसाने" की धमकी देकर एक बॉन्ड पर जबरदस्ती हस्ताक्षर करवाए। इस गंभीर मामले में पीड़ित पक्ष ने वरीय पुलिस अधीक्षक से न्याय की गुहार लगाई। जिसके बाद 31 मई को वरीय पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर पटना ग्रामीण एसपी विक्रम सिहाग को 15 दिनों के भीतर जांच कर रिपोर्ट सौंपने का आदेश दिया गया है। 

पुलिस की जांच जारी 

पीड़ित पक्ष ने पटना डीएम, पटना एसएसपी और फतुहा डीएसपी को भी इस संबंध में आवेदन दिया है। ग्रामीण एसपी विक्रम सिहाग ने कहा है कि मामला उनके संज्ञान में आया है और जल्द ही जांच शुरू कर आगे की कार्रवाई की जाएगी।  वहीं, थाना अध्यक्ष रणवीर कुमार ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को बेबुनियाद बताया है। उन्होंने कहा कि थाना कभी भी खड़े होकर किसी जमीन पर कब्जा नहीं कराती है। हम लोग आगे की कार्रवाई में जुटे हैं। हालांकि, पुलिस के इनकार के बावजूद पीड़ित परिवार के आरोप कई गंभीर सवाल खड़े करते हैं।

पटना से रजनिश की रिपोर्ट