बिहार ने रचा इतिहास, एशिया के सबसे चौड़े छह लेन ब्रिज को देख अचंभित हुए पीएम मोदी, जानिए खासियत

पटना के मोकामा और बेगूसराय के सिमरिया को जोड़ने वाला ये पुल एक्स्ट्रा डोजेज स्टे केबल ब्रिज तकनीक से बना है, इस ऐतिहासिक ब्रिज के आकर्षक डिज़ाइन और निर्माण को पीएम मोदी ने बारीकी से देखा.

Aunta-Simaria six-lane Ganga Bridge- फोटो : news4nation

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्ष 2017 में जिस गंगा नदी पर बनने वाले जिस छह लेन ब्रिज के निर्माण का शिलान्‍यास किया था उन्होंने उसी का उद्घाटन शुक्रवार को किया. पटना के मोकामा के औंटा से बेगूसराय के सिमरिया के बीच गंगा नदी पर बना यह छह लेन का एशिया का सबसे चौड़ा पुल है. पीएम मोदी ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ मिलकर छह लेन ब्रिज का उद्घाटन किया. इस ऐतिहासिक ब्रिज पर उन्होंने सफर किया और आकर्षक डिज़ाइन और निर्माण को बारीकी से देखा. वहीं पीएम मोड के स्वागत में उमड़ी भीड़ ने हाथों में तिरंगा लेकर पीएम मोदी का स्वागत किया. वहीं भीड़ को पीएम मोदी ने गले के अंगोझा हिलाकर अभिवादन किया. 


एशिया का सबसे चौड़ा पुल

8.15 किलोमीटर लंबे औंटा-सिमरिया पुल में गंगा नदी पर 1,870 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से निर्मित 1.86 किलोमीटर लंबा छह लेन शामिल है. यह पुल पटना के मोकामा और बेगूसराय के बीच सीधा संपर्क प्रदान करेगा. देश में और भी सिक्‍स लेन पुल हैं, लेकिन बिहार का 6 लेन सिमरिया पुल (औंटा-सिमरिया गंगा पुल) देश का सबसे चौड़ा सिक्स लेन पुल है. ये पुल 34 मीटर चौड़ा है, जो सामान्य तौर पर बनने वाले सिक्स लेन पुलों (29.5 मीटर) से करीब 4.5 मीटर ज्‍यादा है. छह लेन पुल मौजूदा दो-लेन वाले रेल-सह-सड़क पुल ‘राजेंद्र सेतु' के समानांतर बनाया गया है. 


उत्तर-दक्षिण बिहार की दूरी 100 किमी कम 

पटना के मोकामा और बेगूसराय के सिमरिया को जोड़ने वाला ये पुल एक्स्ट्रा डोजेज स्टे केबल ब्रिज तकनीक से बना है, जिसमें पुल का पूरा भार केबल पर होता है. पुल पर आवागमन शुरू होते ही उत्तर से दक्षिण बिहार के बीच 100 किमी की दूरी कम हो जाएगी। साथ ही पश्चिम बंगाल, झारखंड और असम से भी आवागमन की दूरी कम हो जाएगी और आना-जाना आसान हो जाएगा। ये नया पुल उत्तर बिहार (बेगूसराय, सुपौल, मधुबनी, पूर्णिया, अररिया आदि) और दक्षिण बिहार के क्षेत्रों (शेखपुरा, नवादा, लखीसराय आदि) के बीच आने-जाने वाले वाहनों के लिए करीब 100 किलोमीटर की दूरी को कम करेगा.


गंगा पर ये पुल जल्द होने जा रहे तैयार

इसके अतिरिक्त गंगा नदी पर बने अभी 9 ऐसे पुल हैं, जिनकी कार्य अभी प्रगति पर है। जल्द ही इनका निर्माण पूरा हो जाएगा। बक्सर में वीर कुंवर सिंह सेतु के समानांतर अतिरिक्त 3 लेन पुल, पटना में जेपी सेतु के समानांतर 6 लेन पुल, सारण जिला में दीघवारा-शेरपुर 6 लेन पुल, पटना में महात्मा गांधी सेतु के समानांतर 4 लेन पुल, पटना सिटी में 6 लेन कच्ची दरगाह-बिदुपुर पुल, बख्तियारपुर-ताजपुर पर 4 लेन पुल, विक्रमशीला के समानांतर 4 लेन पुल, अगुवानी घाट-सुल्तानगंज 4 लेन पुल तथा मनिहारी घाट से साहेबगंज के बीच 4 लेन पुल शामिल है।

इसके अलावा रक्सौल-हल्दिया एक्सप्रेस-वे पर मटिहानी से शाम्हो पुल भी गंगा नदी पर बन रहे पुलों की फेहरिस्त में 15वें नंबर पर है। इसकी विस्तृत परियोजना प्रतिवेदन कार्य की स्वीकृति प्रक्रियाधीन है।