पटना में अव्यवस्थित तरीके से सड़क व नाले निर्माण के विरोध में फूटा लोगों का गुस्सा, निर्माण की गुणवत्ता पर भी गंभीर सवाल
लोगों का मुख्य आरोप है कि सड़क और नाले का निर्माण तकनीकी मानकों को दरकिनार कर मनमानी ढंग से किया जा रहा है।
Patna News : पटना सदर के सबलपुर स्थित गुलमहियाचक गांव (वार्ड नंबर 8) में चल रहे पीसीसी सड़क और नाले के निर्माण कार्य पर रविवार को ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा। दर्जनों ग्रामीणों ने एकजुट होकर निर्माण कार्य को रोक दिया और ठेकेदार व प्रशासन की मनमानी के खिलाफ जमकर विरोध प्रदर्शन किया। इस अव्यवस्थित निर्माण कार्य से करीब 40 घरों के प्रभावित होने की आशंका है।
ग्रामीणों का मुख्य आरोप है कि सड़क और नाले का निर्माण तकनीकी मानकों को दरकिनार कर मनमानी ढंग से किया जा रहा है। सड़क को मौजूदा जमीनी स्तर और घरों के लेवल से करीब 4 फीट ऊंचा उठाया जा रहा है। लोगों का कहना है कि नाला इसलिए बनाया जाता है ताकि घरों का पानी बाहर निकले, लेकिन यदि नाला घर से 4 फीट ऊपर होगा, तो नाले का गंदा पानी उल्टा घरों में प्रवेश करेगा।
स्थानीय निवासी धर्मशिला देवी ने विरोध जताते हुए कहा कि विकास का स्वागत है, लेकिन यह कैसा निर्माण है जो हमारे लिए मुसीबत बन गया है? अगर सड़क 4 फीट ऊपर हो जाएगी, तो हमारे बुजुर्ग और बच्चे घर में कैसे आएंगे-जाएंगे? घर में गाड़ियाँ भी नहीं आ सकेंगी। हमारी बस यही मांग है कि सड़क को 3 फीट नीचे करके बनाया जाए ताकि हमारे घरों का पानी सुचारू रूप से नाले में जा सके।
वहीं, ग्रामीण विनोद कुमार और संतोष प्रसाद ने निर्माण की गुणवत्ता पर भी गंभीर सवाल उठाए हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि निर्माण में घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया जा रहा है और ईंटें 'तीन नंबर' (निम्न स्तर) की लगाई जा रही हैं। संतोष प्रसाद ने कहा कि हम चाहते हैं कि हमारे घरों के लेवल से मिट्टी काटकर 3 फीट नीचे नाला बनाया जाए। जब तक लेवल सुधारा नहीं जाता और सही सामग्री का उपयोग नहीं होता, हम निर्माण नहीं होने देंगे।
फिलहाल, ग्रामीणों ने काम पूरी तरह ठप करवा दिया है और प्रशासन से मांग की है कि जल्द से जल्द स्थल निरीक्षण कर इस समस्या का व्यावहारिक समाधान निकाला जाए। वहीं, जब इस पूरे प्रकरण पर पटना सदर के बीडीओ रंजीत कुमार वर्मा से संपर्क किया गया, तो उन्होंने मामले की जानकारी लेते हुए संक्षिप्त में कहा कि मैं इस बारे में पता करता हूं।
रजनीश की रिपोर्ट