Rabri Devi residence controversy: बिहार में राबड़ी देवी का बंगला विवाद गरमाया! गिरिराज सिंह ने कसा तंज, जानें क्या कहा?

Rabri residence controversy: राबड़ी देवी को 10 सर्कुलर रोड का सरकारी बंगला खाली करने के नोटिस पर सियासत तेज हो गई है। RJD के इनकार पर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने तंज कसा है।

राबड़ी देवी के सरकारी बंगला पर विवाद!- फोटो : social media

Rabri residence controversy: बिहार की राजनीति एक बार फिर गर्म हो गई है। 10 सर्कुलर रोड स्थित पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के सरकारी आवास को खाली कराने को लेकर नया विवाद खड़ा हो गया है। राज्य सरकार की ओर से नोटिस भेजे जाने के बाद भी राजद नेताओं ने साफ कर दिया कि यह बंगला खाली नहीं होने वाला। इसी बयान के बाद भाजपा और RJD के बीच आरोप–प्रत्यारोप तेज हो गए।

गिरिराज सिंह का हमला—“सत्ता गई, लेकिन ऐंठन जस की तस”

केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने RJD के रुख पर तीखी टिप्पणी करते हुए कहा कि सत्ता भले ही चली गई हो, लेकिन रुख अभी भी वैसा ही है। उन्होंने व्यंग्य करते हुए कहा कि जोर भली ही खत्म हो गया हो, पर अकड़ में कोई कमी नहीं आई। उनका इशारा स्पष्ट था कि सत्ता से बाहर होने के बावजूद RJD नेतृत्व सरकारी नियमों का पालन करने को तैयार नहीं दिख रहा।

“सरकारी बंगला व्यक्ति की संपत्ति नहीं”—गिरिराज सिंह का स्पष्टीकरण

गिरिराज सिंह ने कहा कि सरकारी आवास किसी व्यक्ति की निजी मिल्कियत नहीं माना जाता। यह सुविधा सिर्फ पद पर रहते हुए मिलती है और पद छोड़ने के बाद उसे स्वाभाविक रूप से खाली करना पड़ता है। उन्होंने कहा कि कोई भी व्यक्ति कानून से ऊपर नहीं हो सकता, इसलिए इसका पालन आवश्यक है।

RJD के बयान पर कड़ा रुख—“कानून की अवहेलना ठीक नहीं”

भाजपा नेता ने RJD के बयान को नियमों के खिलाफ बताया और कहा कि सरकारी आदेश को चुनौती देना लोकतांत्रिक परंपरा के विरोध में है। गिरिराज सिंह ने कहा कि बिहार अब नियम और प्रक्रिया के आधार पर चलता है, न कि राजनीतिक दबाव या मनमानी के अनुसार। उन्होंने आरोप लगाया कि बंगला खाली न करने का बयान गलत संदेश देता है।

विवाद क्यों बढ़ा?—पृष्ठभूमि और राजनीतिक तकरार

राबड़ी देवी को उनके मुख्यमंत्री कार्यकाल के आधार पर यह आवास आवंटित किया गया था, लेकिन सरकारी नियमों के अनुसार अब यह बंगला खाली करने का नोटिस जारी किया गया है। RJD ने इस नोटिस का विरोध किया और पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष ने साफ कहा कि बंगला किसी भी स्थिति में खाली नहीं किया जाएगा। इसके बाद भाजपा और RJD के बीच सीधी राजनीतिक भिड़ंत शुरू हो गई।