सुशासन पर भारी 'लाल क्रिसमस': समस्तीपुर में बीजेपी नेता का मर्डर, पूर्णिया-मुजफ्फरपुर गोलियों की तड़तड़ाहट से दहला

बिहार में क्रिसमस का दिन अपराधियों के लिए किसी त्योहार जैसा बन गया, जहाँ उन्होंने पूरे राज्य में हिंसक वारदातों को अंजाम देकर पुलिस-प्रशासन को खुली चुनौती दी।

सुशासन पर भारी 'लाल क्रिसमस': समस्तीपुर में बीजेपी नेता का मर्डर, पूर्णिया-मुजफ्फरपुर गोलियों बरसाई- फोटो : NEWS 4 NATION

बिहार में क्रिसमस का दिन अपराधियों के लिए किसी त्योहार जैसा बन गया, जहाँ उन्होंने पूरे राज्य में हिंसक वारदातों को अंजाम देकर पुलिस-प्रशासन को खुली चुनौती दी। पूर्णिया में पूर्व मुखिया पर जानलेवा हमला हुआ, तो मुजफ्फरपुर में दिनदहाड़े गोलियां चलीं, और समस्तीपुर में एक भाजपा नेता की हत्या कर दी गई। 

पूर्णिया में पूर्व मुखिया पर जानलेवा हमला

पूर्णिया जिले के मुफस्सिल थाना क्षेत्र में भोगा करियात के पूर्व मुखिया मोहम्मद साजिद पर अपराधियों ने जानलेवा हमला किया। वे एक शादी समारोह से लौट रहे थे, तभी मंझेली पुल के पास बाइक सवार तीन बदमाशों ने उन्हें ओवरटेक किया। जियागाछी के समीप अपराधियों ने बाइक अड़ाकर उनका रास्ता रोका और गोली चला दी, जो साजिद के पैर में लगी। गोली लगने के बावजूद उन्होंने अपनी बुलेट दो किलोमीटर तक दौड़ाई, जिससे उनकी जान बच गई। पूर्व मुखिया को पूर्णिया मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है और उन्होंने चार लोगों पर अपनी हत्या की साजिश का शक जताया है।

मुजफ्फरपुर में फिल्मी स्टाइल में फायरिंग

पूर्णिया की घटना से पहले, मुजफ्फरपुर के मुसहरी थाना क्षेत्र में दिनदहाड़े फिल्मी अंदाज में गोलीबारी हुई। बावन बीघा के रहने वाले समीर ठाकुर अपनी जमीन के पास स्कूटी खड़ी कर अंदर गए थे। तभी बाइक पर सवार दो अपराधी उनका इंतजार कर रहे थे। जैसे ही समीर ठाकुर गेट के पास पहुंचे, अपराधियों ने बाउंड्रीवाल के ऊपर से ताबड़तोड़ छह गोलियां चलाईं। इस हमले में युवक बाल-बाल बच गया। वारदात सीसीटीवी में कैद हो गई, जिसमें अपराधी बेखौफ होकर गोली चलाते और फिर गेट व स्कूटी पर फायरिंग करते दिख रहे हैं।

समस्तीपुर में भाजपा नेता की हत्या

इन हिंसक घटनाओं के बीच, समस्तीपुर से एक और बड़ी खबर सामने आई है। यहाँ भाजपा नेता रूपक सहनी की निर्मम हत्या कर दी गई। यह घटना बिहार में बिगड़ती कानून-व्यवस्था का एक और उदाहरण है, जहाँ राजनीतिक हस्तियां भी अपराधियों के निशाने पर हैं। पुलिस ने इस मामले में भी केस दर्ज कर लिया है और अपराधियों की तलाश में जुटी है, लेकिन इस घटना ने राज्य में सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।

बढ़ता अपराध और पुलिस की चुनौती

क्रिसमस जैसे त्योहार के दिन बिहार में हुई इन लगातार आपराधिक घटनाओं ने राज्य की कानून-व्यवस्था पर गंभीर प्रश्नचिह्न लगा दिए हैं। पुलिस के अनुसार, मुजफ्फरपुर मामले में जमीन विवाद को लेकर रंगदारी की मांग की गई थी, जिसका मामला पहले से ही दर्ज था, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। सभी मामलों में एफआईआर दर्ज कर ली गई है और पुलिस सीसीटीवी फुटेज व अन्य सबूतों के आधार पर अपराधियों की पहचान कर उनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है। इन घटनाओं ने यह दर्शा दिया है कि बिहार में अपराधी बेखौफ होकर वारदातों को अंजाम दे रहे हैं, जो पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती बन गई है।