NDA यदि यूनाइटेड रहा तो आरजेडी कभी चुनाव नहीं जीत सकती, बोले चिराग – लोगों ने मेरी हार का नेरेटिव सेट किया, पार्टी ने दिया करारा जवाब

Patna - बिहार चुनाव में चिराग पासवान ने एक बार फिर अपनी अहमियत साबित की है। उनके एनडीए में शामिल होने के बाद विधानसभा चुनाव में प्रचंड जीत मिली  है। वहीं जदयू की सीटों  की  संख्या भी लगभग दोगुना बढ़ गया है। 43 सीटोंवाली जदयू को इस बार 85 सीट मिली है। खुद चिराग की पार्टी के भी 19 विधायक हैं। इस बड़ी सफलता के बाद चिराग ने अपनी भावनाएं जाहिर की है।

इस दफ्तर से मेरे पिता मेरे नेता और मेरा आदर्श जुड़ी हुई है।पार्टी ने उस मुकाम पर ले गया जहां मेरे पिता का सपना था। 2000 से पार्टी ने संघर्ष का कई दौर देखा और कई बार उतार चढ़ाव के बाद सफ़लता मिली

जिस तरह मेरे पिता संघर्ष कर पार्टी को ऊंचाइयों तक ले गए उन्हीं का खून मेरे रगो में भी दौड़ता है।जीरो विधायक वाली पार्टी को 29 सीटें NDA की ओर से दिया गया था। सारी टफ सीटें थी और इनको जिताने की जिम्मेवारी मुझे दी गई थी। कुछ विश्लेषकों ने कहा था कि सारी खराब सीटें दी गई ताकि चिराग पासवान की हार हो। ये भी चर्चा हुई कि जेडीयू और चिराग के बीच अंदरूनी कलह की वजह से ऐसा किया गया है।

हर बार मेरी हार का narrative सेट किया गया और हर बार जीत कर मेरी पार्टी ने करारा जवाब दिया है। तमाम बातों के बावजूद सारी भ्रम से जुड़ी बातें बेकार साबित हुई।  2010 से ही आरजेडी समाप्त है। बिहार के लोगों ने कभी स्वीकार नहीं किया।

NDA यदि यूनाइटेड रहा तो आरजेडी कभी चुनाव नहीं जीत सकती। इस बार के चुनाव में MY समीकरण ध्वस्त हुआ।my मतलब सिर्फ परिवार हैं। बिना जनादेश के 18 तारीख को शपथ लेने की बात अहंकार का परिचायक है. कल प्रधानमंत्री ने जिस तरह से MY का मतलब समझाया वही रियल MY है। 

मुख्यमंत्री पर व्यक्तिगत और स्वास्थ्य को लेकर टिप्पणियां की और मुख्यमंत्री ने उन बातों का परवाह किए बगैर काम कर दिखाया। प्रधानमंत्री जी के लिए अमर्यादित टिप्पणियां की गई। नाचने तक को कहा गया 

बिहार की जनता और प्रधानमंत्री को धन्यवाद दिया तो उन्होंने कहा कि हमारी एकजुटता की वजह से जीत हुई। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हेलीकॉप्टर पर और मै तीर छाप पर वोट डालकर एकजुटता प्रदर्शित किया