Bihar News: राजद ने शहीद जगदेव प्रसाद की 103वीं जयंती पर विचार संगोष्ठी का किया आयोजन, पीएम मोदी को जमकर सुनाया
Bihar News: राजद ने शहीद जगदेव प्रसाद की 103वीं जयंती पर विचार संगोष्ठी का आयोजन किया। इस दौरान राजद कार्यकर्ताओं ने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर हमला बोला।
Bihar News: राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के तत्वावधान में अमर शहीद बिहार लेनिन जगदेव प्रसाद जी की 103वीं जयंती की पूर्व संध्या पर सन्दल गार्डेन हॉल, सन्दलपुर में "लोकतंत्र एवं कल्याणकारी राज्य की अवधारणा" विषय पर एक विचार संगोष्ठी का आयोजन किया गया। संगोष्ठी का उद्घाटन राजद के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी एवं पूर्व मंत्री डॉ. रामचंद्र पूर्वे ने किया। अपने उद्घाटन भाषण में उन्होंने कहा कि जगदेव प्रसाद ने सदियों से शोषित और वंचित वर्गों के स्वाभिमान को जगाने का कार्य किया। वे हमेशा कहते थे कि पूंजीवादी व्यवस्था देश को आर्थिक गुलामी की ओर धकेल रही है, और इसी वजह से आज लोकतंत्र पर खतरा मंडरा रहा है।
विधानसभा चुनाव में महागठबंधन प्रत्याशियों को विजयी बनाने का आह्वान
उन्होंने राजद कार्यकर्ताओं से आगामी चुनावों में महागठबंधन प्रत्याशियों को विजयी बनाने के लिए संगठित होने का आह्वान किया। संगोष्ठी के मुख्य अतिथि, बिहार विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष और राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष उदय नारायण चौधरी ने कहा कि जगदेव प्रसाद केवल एक व्यक्ति नहीं, बल्कि एक विचारधारा थे। उन्होंने रुढ़िवाद और अंधविश्वास के खिलाफ लड़ाई लड़ी और कल्याणकारी राज्य की अवधारणा को साकार करने की आवश्यकता पर बल दिया।
देश की आर्थिक रीढ़ को कमजोर कर रहे पीएम
राजद के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रो. सुबोध कुमार मेहता ने संगोष्ठी का आयोजन करते हुए कहा कि संविधान निर्माताओं ने अनुच्छेद 36 से 51 के अंतर्गत राज्य के नीति निदेशक तत्वों में कल्याणकारी राज्य की अवधारणा को अंकित किया है। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार इस संरचना को धूमिल कर रही है। प्रो. मेहता ने आरोप लगाया कि नरेंद्र मोदी सरकार ने पब्लिक सेक्टर यूनिट्स (PSUs) के विनिवेश के जरिए देश की आर्थिक रीढ़ को कमजोर किया है। उन्होंने कहा कि चाहे डिफेंस सेक्टर, रेलवे, टेलीकॉम, नागरिक उड्डयन, या खनिज और ऊर्जा क्षेत्र हो, हर जगह निजीकरण को बढ़ावा दिया जा रहा है।
आर्थिक संप्रभुता और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा
उन्होंने यह भी कहा कि नीति आयोग के गठन के बाद योजना आयोग को खत्म कर दिया गया है, और अब नीति आयोग ने 74 केंद्रीय सार्वजनिक उपक्रमों की पहचान की है, जिनमें से 26 को बंद करने और 10 का विनिवेश करने की योजना है। प्रो. मेहता ने इसे देश की आर्थिक संप्रभुता और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा बताया। प्रो. मेहता ने ऑक्सफैम की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि भारत की 50% संपत्ति पर केवल 9 कॉर्पोरेट घरानों का कब्जा है। उन्होंने कहा कि सरकार का पूंजीवादी मॉडल और एफडीआई नीतियां देश को आत्मनिर्भर बनाने की बजाय अधिकारवादी (oligarchy) व्यवस्था की ओर धकेल रही हैं।
ये नेता रहे शामिल
संगोष्ठी की अध्यक्षता राजद महानगर अध्यक्ष महताब आलम ने की और संचालन रोहित यादव ने किया। संगोष्ठी में कई प्रमुख नेताओं ने भाग लिया, जिनमें पूर्व विधायक ओमप्रकाश पासवान, राजद अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष अनवर आलम, राजद प्रदेश उपाध्यक्ष मधु मजरी, प्रदीप मेहता, प्रेम गुप्ता, चांदरदीप यादव, नंदु यादव, कृष्णा ठाकुर, उमेश पंडित, दिनेश पासवान, अरुण शर्मा, उमेश यादव, सकुनतला प्रजापति, साबिर अली, विनोद श्रीवास्तव, अमन कुशवाहा, संतोष मेहता, शैलेश यादव, और अजीत सिंह कुशवाहा शामिल थे।
पटना से नरोत्तम की रिपोर्ट