Tejashwi Yadav Notice: PM मोदी ने जिस गाने का किया था जिक्र उस पर RJD की बड़ी कार्रवाई! 32 गायकों को नोटिस, मानहानि का मुकदमा दर्ज करने की चेतावनी
Tejashwi Yadav Notice: राजद ने चुनाव के दौरान जंगलराज की छवि फैलाने वाले गानों पर 32 गायकों को नोटिस भेजा है। पार्टी ने कहा— बिना अनुमति लालू–तेजस्वी का नाम लेकर बनाए गीत मानहानि की श्रेणी में आते हैं।
Tejashwi Yadav Notice: बिहार विधानसभा चुनाव में उम्मीद के मुताबिक परिणाम न मिलने के बाद राष्ट्रीय जनता दल अब उन कारणों का बारीकी से अध्ययन कर रहा है, जिनसे पार्टी को नुकसान हुआ। इसी विश्लेषण के दौरान RJD की नज़र उन गानों पर गई जो चुनाव के समय इंटरनेट पर तेजी से फैल गए थे। पार्टी का कहना है कि सोशल मीडिया के माध्यम से ऐसे गीत चलाए गए जिनमें हिंसा, रंगदारी और जंगलराज की छवि को बढ़ावा दिया गया और इनका सीधा असर उनकी छवि पर पड़ा।
गानों में राजनीतिक नामों का उपयोग
RJD ने दावा किया है कि कई गानों में बिना अनुमति लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव का नाम लिया गया, उनके प्रतीक और नारों का उपयोग किया गया और ऐसे संवाद जोड़े गए जो गलत संदेश देते थे। पार्टी के अनुसार यह सब एक सुनियोजित तरीके से किया गया ताकि जनता में भ्रम और डर का माहौल बने और RJD की विश्वसनीयता पर चोट पहुंचे। इसी वजह से पार्टी ने भोजपुरी, मगही और मैथिली के 32 गायकों को नोटिस भेजकर जवाब मांगा है।
नोटिस का मतलब साफ
राजद की तरफ से भेजे गए नोटिस में कलाकारों से पूछा गया है कि उन्होंने अनुमति के बिना पार्टी या उसके नेताओं के नाम को गीतों में शामिल क्यों किया। पार्टी का कहना है कि किसी भी रचनात्मक सामग्री में RJD की पहचान का इस्तेमाल तभी हो सकता है जब इसके लिए अधिकृत मंजूरी ली गई हो। अगर ऐसा नहीं किया गया तो इसे मानहानि और राजनीतिक छवि को नुकसान पहुंचाने वाला कदम माना जाएगा। RJD ने यह भी संकेत दिया है कि जवाब संतोषजनक न मिलने पर यह मामला अदालत और पुलिस, दोनों स्तरों पर पहुंच सकता है।
चुनावी मैदान में भी बना मुद्दा
चुनाव प्रचार के दौरान ये गाने सिर्फ सोशल मीडिया तक सीमित नहीं रहे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी अपनी कैमूर रैली में इन गीतों का उल्लेख किया था और कहा था कि ऐसे बोल यह संदेश देते हैं कि शासन बदलते ही रंगदारी और डर का माहौल लौट आएगा। इस बयान से यह साफ होता है कि वायरल गानों का असर राजनीतिक विमर्श तक पहुँचा था और चुनाव की दिशा को प्रभावित कर सकता था।
RJD का आरोप
RJD का कहना है कि इन गीतों का उद्देश्य महागठबंधन की जीत को जंगलराज की वापसी के रूप में प्रस्तुत करना था। पार्टी का मानना है कि विरोधियों ने मनोरंजन के माध्यम से नकारात्मक छवि गढ़ने की रणनीति अपनाई, जिससे मतदाताओं पर मनोवैज्ञानिक प्रभाव पड़ा। RJD के अनुसार यह चुनावी नुकसान का एक बड़ा कारण बना।
मनोरंजन सामग्री में राजनीतिक पहचान का उपयोग अब सख्त नियमों के तहत
पार्टी ने साफ कर दिया है कि आगे से किसी भी गाने, रील, संगीत वीडियो या डिजिटल सामग्री में RJD के नाम, झंडे या नेताओं का उपयोग बिना मंजूरी नहीं किया जा सकता। पार्टी इसे न सिर्फ गलत बल्कि कानूनन अपराध भी मानती है और इसी वजह से इसे लेकर सख्त कार्रवाई की बात कह रही है। फिलहाल पार्टी उन कलाकारों के जवाब का इंतजार कर रही है जिन्हें नोटिस भेजा गया है।