Bihar national highway:बदल गया सड़क सत्ता का ट्रैफिक , केंद्र ने छीनी बिहार की नेशनल हाईवे की स्टीयरिंग, आर्थिक लाभ भी नहीं होगा

Bihar national highway: बिहार की सियासी सड़क पर एक बड़ा यू-टर्न आया है. अब चार लेन या उससे चौड़ी नेशनल हाईवे का निर्माण और रखरखाव राज्य सरकार नहीं कर सकेगी.

केंद्र ने छीनी बिहार की नेशनल हाईवे की स्टीयरिंग- फोटो : social Media

Bihar national highway: बिहार की सियासी सड़क पर एक बड़ा यू-टर्न आया है. अब चार लेन या उससे चौड़ी नेशनल हाईवे का निर्माण और रखरखाव राज्य सरकार नहीं कर सकेगी. यह जिम्मा सीधे केंद्रीय एजेंसी भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) के हाथ में जाएगा. इतना ही नहीं, चार लेन से कम चौड़ी वे सड़कें भी, जो बिहार से निकलकर दूसरे राज्यों में खत्म होती हैं, उनका निर्माण और रखरखाव भी अब केंद्र के अधीन होगा.

केंद्रीय सड़क एवं परिवहन राजमार्ग मंत्रालय ने इस बाबत आदेश जारी कर दिया है, जो न सिर्फ बिहार बल्कि झारखंड, पश्चिम बंगाल और ओडिशा पर भी लागू होगा. इसका मतलब साफ़ है बिहार में बनने वाले सभी एक्सप्रेस-वे (छह लेन) अब राज्य सरकार के बूते से बाहर होंगे. इसके साथ ही, 925 किलोमीटर निर्माणाधीन या मरम्मत वाली सड़कें, जिन्हें अभी बिहार सरकार देख रही है, उन्हें भी एनएचएआई को सौंपना पड़ेगा.

राज्य सरकार के लिए यह फैसला सिर्फ प्रशासनिक बदलाव नहीं, बल्कि आर्थिक झटका भी है. अभी तक एनएच निर्माण में राज्य को लागत का अधिकतम 9% हिस्सा मिलता था, जो अब हाथ से निकल जाएगा. मौजूदा वित्तीय वर्ष 2025-26 में केंद्र ने बिहार को 33,464 करोड़ रुपये का रिकॉर्ड आवंटन किया था, लेकिन नए आदेश के बाद इस राशि का आर्थिक लाभ राज्य को सीधे तौर पर नहीं मिलेगा.

मंत्रालय के सचिव वी. उमाशंकर की अध्यक्षता में हुई बैठक में तय हुआ कि एनएच सौंपने से पहले केंद्र और राज्य के अधिकारी संयुक्त निरीक्षण करेंगे. 15 दिनों में सड़कें एनएचएआई के हवाले करनी होंगी, वरना राज्यों की राशि रोक दी जाएगी.

बिहार में फिलहाल 6,147 किमी एनएच है, जिसमें से 3,189 किमी का रखरखाव पहले से एनएचएआई के पास है, जबकि 2,589 किमी की जिम्मेदारी राज्य के पास थी. यही बचा हिस्सा अब केंद्र के हवाले जाएगा.

इस आदेश के दायरे में आने वाली अहम सड़कें हैं—

एनएच 139W एम्स पटना से जेपी सेतु होते हुए बेतिया

एनएच 22 पटना-महात्मा गांधी सेतु-हाजीपुर

एनएच 33 अरवल से बिहारशरीफ

एनएच 227A मेहरौना-मशरख रामजानकी मार्ग

एनएच 227F चकिया-बैरगनिया

एनएच 227J सहारघाट-रहिका

एनएच 227L उमगांव-कलुआही

एनएच 231 महेशखूंट-पूर्णिया

एनएच 527C चरौत-उंसार मंझौली

एनएच 31 मांझी-छपरा-कटिहार बाईपास

एनएच 527A नरौर-पसरना-परसौनी

एनएच 31 कोढ़ा-प. बंगाल सीमा

एनएच 22 झारखंड सीमा-डोभी

एनएच 80 मुंगेर-मिर्जाचौकी

एनएच 133 साहेबगंज-बिहार/झारखंड सीमा

एनएच 327 परसरना परसौनी-अररिया

बहरहाल अब बिहार की सड़कों की स्टीयरिंग दिल्ली के हाथ में है, पटना के नहीं.