Bihar News: रोहतासगढ़ रोपवे हादसे में बड़ी कार्रवाई, दिलीप जायसवाल ने संवेदक को किया ब्लैकलिस्टेड, 2 इंजीनियरों पर गिरी गाज
Bihar News: रोहतासगढ़ रोपवे हादसे को लेकर दिपील जायसवाल ने बड़ी कार्रवाई की है। संवेदक को ब्लैकलिस्टेड कर दिया गया है। वहीं 2 इंजीनियरों पर भी कार्रवाई की जाएगी।
Bihar News: बिहार के रोहतास जिले में रोपवे के ट्रायल के दौरान बड़ा हादसा हुआ। जिसके बाद सरकार सवालों के कठघरे में खड़ा हो गई है। वहीं अब इस मामले में नीतीश सरकार ने बड़ी कार्रवाई की है। बिहार सरकार के उद्योग मंत्री दिलीप जायसवाल ने इस मामले में बड़ी जानकारी दी है। दिलीप जायसवाल ने बताया कि इस घटना में संवेदक को ब्लैकलिस्ट किया जाएगा और दो इंजीनियरों पर भी कार्रवाई होगी।
रोपवे हादसे में बड़ी कार्रवाई
रोपवे हादसे को लेकर दिलीप जायसवाल ने कहा कि रोहतासगढ़ पर्वत पर निर्माणाधीन रज्जू मार्ग में दो स्टेशन टावरों के अलावा पांच अतिरिक्त टावर प्रस्तावित हैं। इस रोपवे की कुल लंबाई 1326 मीटर है और इसमें 18 केबिन लगाए गए हैं। प्रत्येक केबिन में चार लोगों के बैठने की व्यवस्था है। उन्होंने बताया कि रोपवे को जनवरी में शुरू करने की योजना थी, इसी को लेकर ट्रायल रन कराया जा रहा था। ट्रायल रन के दौरान जब केबिन अप-रिटर्न सिस्टम में लौट रहा था, उसी दौरान एक टावर के पास वायर स्लिप कर गया। इस घटना में टावर नंबर पांच क्षतिग्रस्त हुआ।
संवेदक ब्लैकलिस्टेड
दिलीप जायसवाल ने कहा कि प्रथम दृष्टया जांच में यह सामने आया है कि टर्मिनल पॉइंट पर संवेदक का कोई भी प्रतिनिधि मौजूद नहीं था, जबकि वहां कर्मचारियों की तैनाती अनिवार्य थी। केबिन के टर्मिनल से गुजरते समय ही वायर के स्लिप होने की घटना हुई। उन्होंने बताया कि इस पूरे मामले की विस्तृत जांच के लिए आईआईटी पटना के विशेषज्ञ इंजीनियरों को जिम्मेदारी सौंपी गई है। आईआईटी की टीम यह जांच कर रही है कि लोड डिस्ट्रीब्यूशन या स्ट्रक्चरल प्लानिंग में कहीं कोई कमी तो नहीं रह गई।
दो इंजीनियरों पर गिरी गाज
दिलीप जायसवाल ने साफ कहा कि संवेदक को ब्लैकलिस्ट किया जाएगा और संबंधित इंजीनियरों पर भी सख्त कार्रवाई होगी। जांच रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई तय की जाएगी। गौरतलब हो कि, रोहतास जिले के चौरासन मंदिर के पास निर्माणाधीन रोपवे का शुक्रवार को ट्रायल के दौरान बड़ा हादसा हो गया। ट्रायल के समय वायर फंस जाने से तेज झटका लगा, जिसके कारण रोपवे के दो पिलर जड़ से उखड़ गए। गनीमत रही कि उस समय रोपवे के बॉक्स में कोई मौजूद नहीं था और न ही आसपास कोई व्यक्ति था, जिससे बड़ा हादसा टल गया।
पांच पिलरों पर टिका था रोपवे
बताया जा रहा है कि यह रोपवे कुल पांच पिलरों पर टिका हुआ था। ट्रायल के दौरान वायर फंसने से पिलरों पर अचानक अत्यधिक लोड पड़ गया, जिससे मंदिर के पास स्थित एक पिलर और ग्राउंड लेवल का एक अन्य पिलर अपनी नींव से उखड़ गया। जानकारी अनुसार रोपवे के पिलर महज दो फीट गहरी नींव पर बनाए गए थे। उन्होंने पहले ही आशंका जताई थी कि अधिक भार पड़ने पर पिलर गिर सकते हैं।
पटना से अभिजीत की रिपोर्ट