बिहार के भ्रष्ट एग्जीक्यूटिव ऑफिसर, दो ठिकानों पर 7 घंटे तक चली निगरानी की रेड, अधिकारियों के भी उड़े होश, जानिए क्या क्या मिला

Bihar Surveillance Raids: बिहार में निगरानी ने बड़ी कार्रवाई की है। निगरानी ने भ्रष्ट एग्जीक्यूटिव ऑफिसर के ठिकानों पर 7 घंटे तक छापेमारी की। निगरानी ने लाखों की अवैध संपत्ति बरामद की है...

7 घंटे तक चली निगरानी की कार्रवाई - फोटो : social media

Bihar Surveillance Raids: बिहार में भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ निगरानी विभाग की कार्रवाई जारी है। इसी कड़ी में निगरानी विभाग ने रोसड़ा नगर परिषद के ठिकानं पर निगरानी ने छापेमारी की है। इस छापेमारी में 10.5 लाख कैश और 27 लाख ज्वेलरी बरामद की गई है। निगरानी अन्वेषण ब्यूरो ने बुधवार को रोसड़ा नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी (EO) उपेंद्रनाथ वर्मा के ठिकानों पर आय से अधिक संपत्ति के आरोप में बड़ी कार्रवाई की। पटना और समस्तीपुर स्थित आवासों व कार्यालयों पर करीब 7 घंटे तक छापेमारी चली।

7 घंटे से चली छापेमारी 

तलाशी के दौरान उपेंद्रनाथ वर्मा के घर से 10.5 लाख रुपये से अधिक नकदी बरामद हुई है। वहीं पटना आवास से 27 लाख रुपये से ज्यादा की ज्वेलरी मिली। टीम ने प्राथमिकी में दर्ज 11 जमीनों की डीड के अलावा 3 और नई डीड (कुल 14) भी जब्त की हैं।छापेमारी में कई बीमा कंपनियों में निवेश संबंधी दस्तावेज, एक इनोवा कार, एक स्विफ्ट डिजायर कार और एक बैंक पासबुक भी जब्त किए गए हैं।

1 करोड़ से अधिक काली कमाई

निगरानी ब्यूरो की DSP अभिजीत कौर ने बताया कि गुप्त जांच में वर्मा के पास करीब 1 करोड़ 17 लाख रुपये की आय से अधिक संपत्ति का पता चला था। इसके बाद FIR दर्ज की गई और कोर्ट के आदेश पर छापेमारी की गई। तलाशी के दौरान नकदी, जमीन की डीड और निवेश के कई सबूत मिले हैं।

समस्तीपुर में मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में खोला गया कमरा

निगरानी टीम जब समस्तीपुर पहुंची तो वर्मा मौजूद नहीं थे। वे कार्यालय के पास एक होटल के ऊपर किराए के कमरे में रहते हैं। कमरे का कैमरा बंद पाया गया, जिसके बाद मजिस्ट्रेट को बुलाकर कमरे को खोला गया। अलमारी की तलाशी में 5 लाख 600 रुपये नगद मिले। उपेंद्रनाथ वर्मा यहाँ करीब एक साल से तैनात हैं।

3 गाड़ियों में पहुँची 11 सदस्यीय टीम

दोपहर करीब 1 बजे छापेमारी शुरू हुई। कार्रवाई में 11 अधिकारियों की टीम शामिल थी, जिसमें 3 DSP, 2 इंस्पेक्टर, 4 सब-इंस्पेक्टर और 2 कॉन्स्टेबल शामिल थे। छापेमारी के बाद EO उपेंद्रनाथ वर्मा ने कहा कि उनके खिलाफ “गहरी साजिश” रची गई है। उन्होंने दावा किया कि उनके पास जो संपत्ति मिली है, वह “पारिवारिक संपत्ति” है और उसके सभी दस्तावेज वे कोर्ट में पेश करेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि उनके पास सिर्फ एक सैलरी अकाउंट है और परिवार के नाम पर कोई अतिरिक्त फ्लैट या अन्य खाते नहीं हैं। निगरानी ब्यूरो ने उपेंद्रनाथ वर्मा के खिलाफ FIR दर्ज कर दी है। उन पर 1,16,90,319 रुपये की अवैध संपत्ति रखने का आरोप है, जो उनकी ज्ञात आय से 86.3% अधिक मानी गई है।