बिहार पुलिस में सिपाहियों की बहाली के लिए तीन नए ट्रेनिंग सेंटर खोलेगी नीतीश सरकार, राज्य के युवाओं को होगा फायदा

Patna - बिहार पुलिस में सिपाहियों की बड़ी संख्या में हो रही बहाली को देखते हुए राज्य में पुलिस प्रशिक्षण केंद्रों की संख्या बढ़ाई जाएगी। वर्तमान में भागलपुर के नाथनगर और बक्सर के डुमरांव में ही सिपाहियों के प्रशिक्षण केंद्र हैं, जिनकी कुल क्षमता लगभग 11,000 है। अब जल्द ही तीन नए प्रशिक्षण केंद्र खोले जाने की योजना है, जिससे यह क्षमता बढ़कर करीब 20,000 हो जाएगी।

आधुनिकीकरण के एडीजी सुधांशु कुमार ने बताया कि बांका जिले के कटोरिया में चौथा पुलिस प्रशिक्षण केंद्र स्थापित किया जाएगा। इसके लिए 51.40 एकड़ जमीन का हस्तांतरण स्वीकृत हो चुका है। 

इसी तरह  सिमुलतला में तीसरे प्रशिक्षण केंद्र को पहले ही मंजूरी मिल चुकी है और इसका निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। इसके अलावा सिपाहियों के प्रशिक्षण के लिए बेतिया या मोतिहारी में पांचवां केंद्र खोलने का प्रस्ताव भी विचाराधीन है, जिस पर जल्द ही निर्णय लिया जाएगा।

सिपाहियों की ट्रेनिंग के लिए बेहतर व्यवस्था

एडीजी ने आगे बताया कि बिहार पुलिस में हर साल करीब 20,000 सिपाहियों की भर्ती हो रही है। नए प्रशिक्षण केंद्र बनने से सिपाहियों को बेहतर और समुचित प्रशिक्षण मिल पाएगा। बांका में बनने वाले नए केंद्र में सिपाहियों के बुनियादी प्रशिक्षण के साथ-साथ सेवाकालीन प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। इसके अतिरिक्त, बांका के कटोरिया में ही बीएसएपी-5 के लिए भी 46 एकड़ जमीन मुहैया कराई गई है।

पटना ग्रामीण एसपी समेत कई अधिकारियों के लिए बनेंगे आवास

वहीं पुलिस अधिकारियों के लिए बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के प्रयास में, पटना ग्रामीण एसपी समेत कई एसपी और डीएसपी के लिए आवासीय भवनों के निर्माण को मंजूरी दी गई है। एडीजी सुधांशु कुमार ने बताया कि पटना ग्रामीण एसपी के आवासीय भवन और अन्य संरचनाओं के लिए ₹2.42 करोड़ की राशि स्वीकृत की गई है।