चुनाव कार्य में लापरवाही कतई बर्दाश्त नहीं, स्टेट ट्रेनिंग से गायब रहे 15 सहायक निर्वाची अधिकारियों को डीएम ने किया शोकॉज

Muzaffarpur - आगामी बिहार विधानसभा आम निर्वाचन 2025 को स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं पारदर्शी रूप से संपन्न कराने के उद्देश्य से निर्वाचन आयोग द्वारा व्यापक दिशा-निर्देश जारी किये गये हैं। इसके अनुपालन में जिला स्तर से लेकर राज्य स्तर तक चुनाव कार्य से जुड़े अधिकारियों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। प्रशिक्षण कार्यक्रमों का उद्देश्य अधिकारियों को निर्वाचन प्रक्रिया से संबंधित विधि-व्यवस्था, तकनीकी पक्ष एवं निर्वाचन कार्य संचालन की बारीकियों से अवगत कराना है ताकि चुनाव प्रक्रिया का संचालन पूर्ण पारदर्शिता एवं निष्पक्षता के साथ संपन्न हो सके।
इसी क्रम में राज्य स्तर पर सहायक निर्वाची पदाधिकारियों (ARO) का प्रशिक्षण कार्यक्रम निर्धारित किया गया था। किंतु जिले के कुल 15 सहायक निर्वाची पदाधिकारी इस महत्वपूर्ण प्रशिक्षण कार्यक्रम में अनुपस्थित रहे। इस पर गंभीर संज्ञान लेते हुए जिला पदाधिकारी सह जिला निर्वाचन पदाधिकारी श्री सुब्रत कुमार सेन ने संबंधित अधिकारियों से स्पष्टीकरण की मांग की है।
अनुपस्थित अधिकारियों की सूची - जिले के विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों से संबंधित सहायक निर्वाची पदाधिकारियों में निम्नलिखित अधिकारी प्रशिक्षण से अनुपस्थित पाए गए
गायघाट विधानसभा क्षेत्र : प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी, प्रखंड कल्याण पदाधिकारी एवं बाल विकास परियोजना पदाधिकारी।
औराई विधानसभा क्षेत्र : प्रखंड कृषि पदाधिकारी एवं प्रखंड सहकारिता प्रसार पदाधिकारी।
मीनापुर विधानसभा क्षेत्र : प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी।
बोचहा विधानसभा क्षेत्र : प्रखंड कृषि पदाधिकारी, प्रखंड सांख्यिकी पदाधिकारी एवं राजस्व पदाधिकारी।
सकरा विधानसभा क्षेत्र : प्रखंड पंचायत राज पदाधिकारी, मुरौल; प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी, मुरौल; प्रखंड सांख्यिकी पदाधिकारी, सकरा; एवं बाल विकास परियोजना पदाधिकारी, कुढ़नी।
कुढ़नी विधानसभा क्षेत्र : प्रखंड सहकारिता प्रसार पदाधिकारी एवं राजस्व अधिकारी।
इस प्रकार कुल 15 अधिकारी निर्वाचन संबंधी राज्य स्तरीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में उपस्थित नहीं हुए।
जिला पदाधिकारी की कड़ी चेतावनी
जिला पदाधिकारी ने स्पष्ट किया कि प्रशिक्षण कार्यक्रम में अनुपस्थित रहना गंभीर लापरवाही, अनुशासनहीनता एवं चुनाव जैसे सर्वोच्च प्राथमिकता वाले कार्य के प्रति असंवेदनशील रवैया दर्शाता है, जिसे किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि निर्वाचन कार्य सर्वोच्च प्राथमिकता का विषय है और इसमें लापरवाही बरतना सीधे-सीधे निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशों का उल्लंघन है।
जिला पदाधिकारी ने अनुपस्थित अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे अविलंब अपना स्पष्टीकरण प्रस्तुत करें, अन्यथा उनके विरुद्ध नियमानुसार कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। उन्होंने सभी अधिकारियों को चेतावनी दी कि भविष्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही या असंवेदनशीलता को गंभीरता से लिया जायेगा।
उन्होंने यह भी कहा कि राज्य स्तरीय प्रशिक्षण न केवल अधिकारियों को चुनाव संबंधी अद्यतन दिशा-निर्देशों से अवगत कराता है बल्कि व्यावहारिक रूप से चुनाव संचालन में संभावित चुनौतियों से निपटने की तैयारी भी सुनिश्चित करता है। ऐसे में किसी भी अधिकारी का अनुपस्थित रहना चुनाव कार्य की गंभीरता को कमजोर करता है।
उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि आगामी दिनों में आयोजित होने वाले प्रशिक्षण कार्यक्रमों में सभी अधिकारी अनिवार्य रूप से भाग लें और अपने कर्तव्यों के प्रति सजग रहें।
रिपोर्टर/मणि भूषण शर्मा