Bihar News: वोटिंग से बदला लोकतंत्र का चेहरा, बिहार में पहली बार मोबाइल से हुआ मतदान, बुजुर्गों और प्रवासियों ने दिखाया उत्साह

बिहार ने आज भारतीय लोकतंत्र के इतिहास में एक नई डिजिटल क्रांति की शुरुआत कर दी है।

बिहार में पहली बार मोबाइल से हुआ मतदान- फोटो : social Media

बिहार ने आज भारतीय लोकतंत्र के इतिहास में एक नई डिजिटल क्रांति की शुरुआत कर दी है। देश में पहली बार मोबाइल से ई-वोटिंग की सुविधा को जमीनी हकीकत में बदलते हुए, तीन जिलों की 6 नगर पंचायतों में हुए उपचुनावों में हजारों मतदाताओं ने घर बैठे अपने मताधिकार का प्रयोग किया।इस तकनीकी पहल ने विशेष रूप से उन लोगों को राहत दी जो उम्र, बीमारी, दिव्यांगता या भौगोलिक दूरी के कारण मतदान केंद्र तक नहीं पहुंच पाते थे।

पहली ई-वोटर बनीं विभा देवी, पहले पुरुष ई-वोटर मुन्ना कुमार

पूर्वी चंपारण के पकड़ी दयाल की निवासी विभा देवी ने देश की पहली महिला ई-वोटर बनकर इतिहास रच दिया, जबकि मुन्ना कुमार ने पहले पुरुष ई-वोटर के रूप में वोट डाला। ये दोनों मोबाइल के माध्यम से लोकतंत्र के इस आधुनिक स्वरूप में शामिल हुए।

बुजुर्गों में दिखा विशेष उत्साह

बक्सर की प्रेमावती देवी, जो उम्र के कारण पहले मतदान केंद्र नहीं जा पाती थीं, ने भी आज मोबाइल से पहली बार वोट डालकर गर्व महसूस किया। उन्होंने कहा कि "मोबाइल से वोट डालना आसान नहीं था, पर बच्चों ने सिखाया और मैंने घर बैठे ही लोकतंत्र में हिस्सा ले लिया।"

ई-वोटिंग सुबह 7 बजे से दोपहर 1 बजे तक हुई। 67 फीसदी ई-वोटर्स ने मतदान में हिस्सा लिया। 80+ उम्र के बुजुर्ग, गर्भवती महिलाएं, दिव्यांग, असाध्य रोग से पीड़ित, प्रवासी बिहारियों को ई- मतदान का मौका दिया गया।

बिहार निर्वाचन आयोग के अनुसार यह एक पायलट प्रोजेक्ट है, जिसकी सफलता पूरे देश में ई-वोटिंग प्रणाली के विस्तार की संभावनाएं खोल सकती है। नतीजे 30 जून को घोषित किए जाएंगे।इस डिजिटल पहल से स्पष्ट है कि बिहार तकनीक और लोकतंत्र के संगम की ओर बढ़ चुका है। जहां मतदाता केवल एक बटन नहीं, बल्कि एक नई सोच, नए विश्वास और आधुनिक भारत की दिशा में वोट डाल रहे हैं।