Bihar Rivers:सूख गईं जीवन की नदियां,बिहार में क्यों सूख रही हैं जलधाराएं? जानिए इसके पीछे की वजह

Bihar Rivers:बिहार में नदियों की स्थिति बहुत खराब है, जहां 50 से अधिक नदियां संकट में हैं और इनमें से 32 बड़ी नदियां सूख चुकी हैं ।

जलवायु संकट या सरकारी लापरवाही?- फोटो : social Media

Bihar Rivers:बिहार में नदियों की स्थिति बहुत खराब है, जहां 50 से अधिक नदियां संकट में हैं और इनमें से 32 बड़ी नदियां सूख चुकी हैं । जल संसाधन विभाग की रिपोर्ट के अनुसार, राज्य के हर इलाके में नदियों की स्थिति बिगड़ी है, जिससे लगभग 22 जिलों में स्थिति खराब हुई है ।

नालंदा जिले की स्थिति सबसे खराब है, जहां आधा दर्जन से अधिक नदियां सूख गई हैं। इनमें मोहाने, लोकाइन, और धोबा नदियां शामिल हैं, जो पांच साल पहले भी सूखी थीं । पटना की दो नदियों में भी पानी नहीं है, और कई अन्य नदियों में पानी की कमी है।

नदियों के सूखने के कारण

नदियों के सूखने के कई कारण हैं, जिनमें जलवायु परिवर्तन, बारिश में कमी, नदियों में गाद की बढ़ती मात्रा, और भूजलस्तर का तेजी से गिरना शामिल हैं । जल विशेषज्ञ दिनेश मिश्र ने कहा कि भूजल का अत्यधिक दोहन इसका एक बड़ा कारण है, और हमें रिचार्ज करने की योजना पर काम करने की आवश्यकता है ।

बिहार के जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा कि गाद प्रबंधन आवश्यक है, और उन्होंने केंद्र सरकार से गाद प्रबंधन को लेकर राष्ट्रीय नीति बनाने की मांग की है ।

नदियों के प्रदूषण की समस्या

बिहार की अधिकांश नदियों का पानी प्रदूषित है, और गंगा सहित कई नदियों में फेकल कोलीफार्म बैक्टीरिया की मात्रा बहुत अधिक है । केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) की रिपोर्ट के अनुसार, बिहार की 21 नदियों के जल की गुणवत्ता खराब है, और इनमें से कई नदियों में मलमूत्र जनित प्रदूषण है।