Bihar Politics: सीएम नीतीश ने क्यों नहीं दिया इस्तीफा? कैबिनेट बैठक में हो गया बड़ा फैसला, विजय चौधरी का बड़ा खुलासा
Bihar Politics: सीएम नीतीश ने आज राज्यपाल को अपना इस्तीफा नहीं सौंपा है। कैबिनेट बैठक के बाद सीएम नीतीश, डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी और मंत्री विजय चौधरी के साथ राजभवन पहुंचे थे लेकिन उन्होंने इस्तीफा नहीं दिया जानिए क्यों..?
Bihar Politics: बिहार की राजनीति से बड़ी खबर सामने आ रही है। सीएम नीतीश ने राज्यपाल को आज इस्तीफा नहीं सौंपा है। अंतिम कैबिनेट की बैठक के बाद सीएम नीतीश, डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी और विजय चौधरी के साथ राजभवन पहुंचे। हालांकि आज उन्होंने इस्तीफा नहीं सौंपा। इसको लेकर विजय चौधरी ने बड़ा खुलासा किया और बताया कि सीएम ने आज इस्तीफा क्यों नहीं दिया?
राज्यपाल से मिले सीएम नीतीश
दरअसल, आज 11.30 बजे सीएम नीतीश के आखिरी कैबिनेट की बैठक हुई। इस बैठक में तीन प्रस्तावों पर मुहर लगी। जिनमें से पहला प्रस्ताव था मौजूदा बिहार विधानसभा को भंग करने को लेकर। जानकारी अनुसार 19 नवंबर को मौजूदा विधानसभा को भंग करने की प्रस्ताव पर मुहर लगी है, इसी दिन नीतीश कुमार इस्तीफा भी देंगे। वहीं इस दौरान चुनाव प्रक्रिया में काम करने वाले सभी अधिकारियों और पदाधिकारियों की सराहना की गई और मौजूदा विधायकों ने सीएम नीतीश को प्रंचड जीत की शुभकामनाएं भी दी।
19 नवंबर को इस्तीफा देंगे सीएम नीतीश
वहीं कैबिनेट की बैठक खत्म होने के बाद सीएम नीतीश राजभवन पहुंचे। जहां उन्होंने राज्यपाल से मुलाकात की। राज्यपाल से मुलाकात कर सीएम नीतीश ने उन्हें 19 नवंबर को विधानसभा भंग करने की सिफारिश की। जानकारी मिल रही है कि फिलहाल विधायक दल के नेता का चयन नहीं हुआ है जिसके कारण सीएम नीतीश ने इस्तीफा नहीं सौंपा है। सभी प्रक्रिया पूरी करने के बाद सीएम नीतीश 19 नवंबर को सीएम पद से इस्तीफा दे देंगे और 17 वीं विधानसभा भी इसी दिन भंग होगी। इसकी जानकारी खुद विजय चौधरी ने दी है।
विजय चौधरी का बड़ा बयान
JDU नेता विजय कुमार चौधरी ने कहा कि,आज कैबिनेट की बैठक हुई। कैबिनेट ने 19 नवंबर से वर्तमान विधानसभा को भंग करने की अनुशंसा की है। यह बात अभी मुख्यमंत्री के माध्यम से राज्यपाल को बता दी गई है। दूसरा प्रस्ताव यह था कि वर्तमान सरकार के पूरे कार्यकाल में बिहार के सभी अधिकारियों और कर्मचारियों ने सकारात्मक सहयोग दिया है, सरकार की नीतियों और कार्यक्रमों का सफलतापूर्वक पालन और क्रियान्वयन किया है। इसके लिए मुख्य सचिव सहित बिहार के सभी अधिकारियों और कर्मचारियों की सेवा की सराहना की गई है। और तीसरा प्रस्ताव यह था कि हाल ही में संपन्न चुनावों में नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए ने इतनी जबरदस्त सफलता हासिल की और प्रचंड बहुमत हासिल किया। मंत्रिपरिषद ने मुख्यमंत्री को बधाई दी और इस बात के लिए आभार व्यक्त किया कि उनके नेतृत्व में NDA अपनी सफलता के शिखर पर पहुंच गया है।"
जदयू ने बुलाई बैठक
वहीं थोड़ी देर में सीएम हाउस में जेडीयू विधायक दल की महत्वपूर्ण बैठक बुलाई गई है, जिसमें सभी विधायकों की उपस्थिति अनिवार्य है। वहीं पटना के गांधी मैदान में शपथ ग्रहण समारोह की तैयारियाँ ज़ोरों पर हैं। प्रशासन ने सुरक्षा एवं प्रबंधन को देखते हुए 17 से 20 नवंबर तक आम जनता की एंट्री बंद कर दी है। शपथ समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शामिल होने की भी प्रबल संभावना है, जिससे यह आयोजन और भी भव्य होने वाला है।
22 नवंबर को खत्म होगा कार्यकाल
बिहार विधानसभा का वर्तमान कार्यकाल 22 नवंबर को समाप्त हो रहा है, और इसी के साथ नई विधानसभा व नई सरकार की प्रक्रिया गति पकड़ चुकी है।सियासत की इस आगे-पीछे की बाज़ी, इस्तीफ़े और शपथ की इस कड़ी ने पटना के राजनीतिक माहौल को पूरी तरह गरमा दिया है और पूरा राज्य इस नए अध्याय का गवाह बनने को तैयार है।
पटना से अभिजीत और रंजन की रिपोर्ट