Bihar By Election: बिहार में आज सत्ता का सेमीफाइल, बेलागंज में लालू की प्रतिष्ठा दांव पर, समीकरण दरकने का खतरा, कौन है भारी..
गया के बेलागंज विधानसभा सीट पर मुकाबला बेहद दिलचस्प है. एनडीए के सामने राजद के 25 साल पुराने किले को चकनाचुर करने की चुनौती है तो राजद के सामने किला बचाने की लड़ाई. राजद का किला फतह लिए राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव को प्रचार के लिए उतरना पड़ा.
Bihar By Election: बिहार में आज सत्ता का सेमीफाइल होने जा रहा है. बेलागंज,इमामगंज,तरारी,रामगढ़ में मतदान जारी है. बिहार में आज चार विधानसभा सीटों - बेलागंज, इमामगंज, तरारी और रामगढ़ - पर उपचुनाव हो रहा है. यह चुनाव महत्वपूर्ण माना जा रहा है. साल 2025 में विधानसभा का चुनाव होने वाला है ऐसे में इन चार सीटों के उपचुनाव को सेमी फाइनल माना जा रहा है.सेमीफाइनल के लिटमस टेस्ट में एनडीए और इंडिया गठबंधन ने एडी चोटी का जोर लगा दिया है. वहीं गया के बेलागंज विधानसभा सीट पर मुकाबला बेहद दिलचस्प है. एनडीए के सामने राजद के 25 साल पुराने किले को चकनाचुर करने की चुनौती है तो राजद के सामने किला बचाने की लड़ाई. बेलागंज विधानसभा में राजद का किला फतह लिए राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव को प्रचार के लिए उतरना पड़ा. लालू प्रसाद यादव के करीबी सुरेंद्र यादव आठ बार यहां से एमएलए रह चुके हैं.
जदयू ने मनोरमा देवी को टिकट देकर यादव वोट बैंक में सेंधमारी करने का प्रयास किया है तो प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी ने अल्पसंख्यक चेहरे को प्रत्याशी बनाकर मुस्लिम वोटरों में सेंध लगाने की तैयारी की है. राजद को लगता है कि यहां उनका पुराना समीकरण ध्वस्त हो सकता है यानी एम-वाई समीकरण दरक सकता है. वोटों के बिखराव की आंशका के कारण राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने खुद बेलागंज में जाकर चुनाव प्रचार किया. यहीं नहीं मुस्लिम वोटो में बिखराव ना हो इसीलिए मोहम्मद शहाबुद्दीन के बेटे ओसामा शहाब को वहां पर प्रचार के लिए उतरना पड़ा. उनकी चुनावी सभा में अल्पसंख्यक वोटरों के बीच में ही मारपीट की घटना सामने आई.
बेलागंज विधानसभा आरजेडी का सबसे मजबूत गढ़ रहा है. 1995 से लगातार सुरेंद्र यादव यहां से विधायक बनते रहे हैं. यही कारण है कि बिहार में विधानसभा के उपचुनाव में सबकी नजर बेलागंज विधानसभा सीट पर टिकी हैं. यहां से विधायक से सांसद बने सुरेंद्र यादव के पुत्र विश्वनाथ यादव राजद के टिकट पर ताल ठोक रहे हैं.
जदयू के टिकट से मनोरमा देवी ताल ठोक रही है. मनोरमा देवी बाहुबली नेता बिंदी यादव की पत्नी हैं और उनके पुत्र रॉकी यादव रोडरेज कांड के दौरान सुर्खियों में आए थे. वहीं जन सुराज ने अल्पसंख्यक पर दांव खेला है. प्रशांत किशोर की पार्टी से मोहम्मद अमजद अली को उम्मीदवार बनाया गया है. राजनीतिक पंडितों के अनुसार बेलागंज में राजद का परंपरागत वोट बैंक टूटता हुआ दिख रहा है. बेलागंज में मुस्लिम और यादवों की आबादी सबसे ज्यादा है. जदयू यादव वोटो में सेंध लगा रही है तो प्रशांत किशोर की पार्टी अल्पसंख्यक वोटो को तोड़ रही है.