Bihar News : सीएम नीतीश ने देशरत्न डॉ० राजेन्द्र प्रसाद की जयंती पर किया नमन, बिहार सरकार के कई मंत्रियों ने दी श्रद्धाजंलि
डॉ राजेन्द्र प्रसाद (3 दिसंबर 1884 – 28 फरवरी 1963) भारत गणराज्य के प्रथम राष्ट्रपति एवं महान भारतीय स्वतंत्रता सेनानी थे। वे भारतीय स्वाधीनता आंदोलन के प्रमुख नेताओं में से थे; और उन्होंने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष के रूप में प्रमुख भूमि
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Bihar News : भारत के प्रथम राष्ट्रपति देशरत्न डॉ० राजेन्द्र प्रसाद की 140वीं जयंती के अवसर पर राजेन्द्र चौक स्थित उनकी प्रतिमा स्थल पर आयोजित राजकीय समारोह में राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर एवं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने देशरत्न डॉ० राजेन्द्र प्रसाद के चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया। माल्यार्पण के पश्चात् राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री ने स्वदेशी कंबल आश्रम की चरखा कात रही महिलाओं के बीच साड़ी वितरण कर उन्हें प्रोत्साहित भी किया।
राजेन्द्र चौक से राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर एवं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार राजेन्द्र घाट समाधि स्थल पहुँचकर देशरत्न डॉ० राजेन्द्र प्रसाद की समाधि पर पुष्प चक्र अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर बिहार विधानसभा अध्यक्ष नन्द किशोर यादव, उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, उप मुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा, ग्रामीण कार्य मंत्री अशोक चौधरी, सूचना एवं जन-सम्पर्क मंत्री महेश्वर हजारी, परिवहन मंत्री शीला कुमारी, विधान पार्षद संजय कुमार सिंह उर्फ गांधीजी, विधान पार्षद कुमुद वर्मा, पूर्व मंत्री विक्रम कुंवर, जदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ० एस० सिद्धार्थ, राज्य नागरिक परिषद् के पूर्व महासचिव अरविंद कुमार उर्फ़ छोटू सिंह सहित अन्य सामाजिक एवं राजनीतिक कार्यकर्ताओं ने भी देश के प्रथम राष्ट्रपति डॉ० राजेन्द्र प्रसाद को नमन कर श्रद्धासुमन अर्पित किया।
डॉ राजेन्द्र प्रसाद (3 दिसंबर 1884 – 28 फरवरी 1963) भारत गणराज्य के प्रथम राष्ट्रपति एवं महान भारतीय स्वतंत्रता सेनानी थे। वे भारतीय स्वाधीनता आंदोलन के प्रमुख नेताओं में से थे; और उन्होंने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष के रूप में प्रमुख भूमिका निभाई। उन्होंने भारत गणराज्य का संविधान दिया था। राष्ट्रपति होने के अतिरिक्त उन्होंने भारत के पहले मंत्रिमंडल में 1946 एवं 1947 मेें कृषि और खाद्यमंत्री का दायित्व भी निभाया था। सम्मान से उन्हें प्रायः 'राजेन्द्र बाबू' कहकर पुकारा जाता है।
राजेन्द्र बाबू का जन्म 3 दिसम्बर 1884 को बिहार के तत्कालीन सारण जिले (अब सीवान) के जीरादेई नामक गाँव में हुआ था। उनके पिता महादेव सहाय संस्कृत एवं फारसी के विद्वान थे एवं उनकी माता कमलेश्वरी देवी एक धर्मपरायण महिला थीं।