POLITICAL NEWS - NDA की पार्टियों को अपनी औकात दिखाएंगे जीतन राम मांझी, 40 सीटों पर पेश की अपनी दावेदारी, गठबंधन की एकता की खुली पोल
POLITICAL NEWS - बिहार एनडीए में जीतन राम मांझी ने अपनी दिखाने की कोशिश की है। उन्होंने कहा कि दिल्ली और झारखंड में हमें दरकिनार किया. लेकिन बिहार में यह नहीं चलेगा।उन्होंने कहा कि हम एनडीए को अपनी औकात दिखाना चाहते हैं।
JAHANABAD - बिहार में एक तरफ जहां कार्यकर्ता सम्मेलन कर एनडीए की सभी पार्टियां एकजुटता दिखाने की कोशिश में जुटी हैं, वहीं केंद्रीय जीतन राम मांझी ने एनडीए की पार्टियों की चिंता बढ़ा दी है। जहां कुछ दिनों पहले तक उन्होंने नवंबर में होनेवाले विधानसभा चुनाव में 20 सीटों पर अपनी दावेदारी पेश की थी। अब उन्होंने 20 की जगह 40 सीटों पर अपना दावा पेश कर दिया है। चुनाव से 10 महीने पहले ही मांझी ने अपने तेवर से एनडीए की एकजुटता की पोल खोल दी है।
जहानाबाद में पार्टी का महासम्मेलन
दरअसल, जहानाबाद के गांधी मैदान में 'हम' पार्टी द्वारा आयोजित महासम्मेलन में केंद्रीय मंत्री जीतनराम मांझी के साथ-साथ बिहार सरकार के मंत्री संतोष कुमार सुमन ने समेत दल से जुड़े तमाम पदाधिकारियों ने शिरकत की थी। इस मौके पर जीतनराम मांझी ने हुंकार भरी और कहा कि जिस तरह से NDA ने हमें दिल्ली और झारखंड में एक भी सीट नहीं दी, इस तरह से बिहार में नहीं चलेगा। हम सभी जगह महासम्मेलन कर NDA के लोगों को यह दिखाना चाहते है कि हम पार्टी की क्या औकात है? हमारे साथ बिहार के मुसहर महादलित समाज के सभी लोगों का वोट है और यह महासम्मेलन देखकर दूसरे जाति के भी लोग हमसे जुड़ रहे हैं क्योंकि पूंजी जहां होती है, सूद वहीं आता है और यही हम अपनी औकात NDA के लोगों को दिखाना चाह रहे हैं
हम' दिखाएगी NDA को औकात
केन्द्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने हुंकार भरते हुए कहा कि हमारी पार्टी के कार्यकर्ताओं को अगर दिल्ली और झारखंड में सीट NDA द्वारा दिया जाता तो निश्चित रूप से हमारा उत्साह और ज्यादा होता लेकिन एनडीए के लोगों ने हमें झारखंड और दिल्ली में एक भी सीट नहीं दिया लेकिन यह बिहार में हम चलने नहीं देंगे। यहां बिहार में NDA के लोगों को यह महासम्मेलन के माध्यम से अपनी औकात दिखाना चाह रहे हैं।
साथ ही साथ उन्होंने तेजस्वी यादव के माई-बहिन योजना पर कटाक्ष करते हुए कहा कि जिस समय 17 महीने वह सरकार में थे, उस समय उन्हें यह योजना याद नहीं आई थी और आज वह लोगों को माई-बहिन योजना के नाम पर बरगलाने का काम कर रहे हैं।