BIHAR POLITICS - दलित का पार्टी थी, इसलिए लोकसभा चुनाव में नहीं दिया टिकट, पीएम मोदी पर पारस ने लगाया विश्वासघात का आरोप
BIHAR POLITICS – लोकसभा चुनाव में पूरी तरह से दरकिनार किए जाने को लेकर पशुपति पारस ने पीएम मोदी पर विश्वासघात का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि दलित की पार्टी होने के कारण चुनाव में हमें मौका नहीं दिया गया।
HAJIPUR - वैशाली के महुआ में कार्यकर्ता सम्मेलन में पहुंचे पूर्व केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस जहां पर उनका दर्द छलक पड़ा पशुपति कुमार पारस की पार्टी राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी एनडीए से अलग हो गई है और लगातार लालू परिवार से पशुपति कुमार पारस की नजदीकी बढ़ती जा रही है।
लालू परिवार से मुलाकात करने के बाद रविवार को कार्यकर्ता सम्मेलन में शामिल होने वैशाली जिले के महुआ पहुंचे थे जहां पर मीडिया से बात करते हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस का दर्द छलक पड़ा पास ने कहा कि लोकसभा चुनाव के समय दलित का पार्टी समझकर राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी को एक भी टिकट नहीं दिया गया हमने तब भी एनडीए के साथ खड़े रहे लेकिन NDA ने हमारे साथ विश्वास घात किया है।
बेटे की भी हुई इंट्री
बता दें कि पशुपति कुमार पारस के पुत्र यश कुमार पासवान की भी अब राजनीतिक में इंट्री हो गई है और पुत्र यश कुमार पासवान के साथ कार्यकर्ता सम्मेलन में शामिल होने महुआ पहुंचे थे जहां पर यश कुमार पासवान एवं प्रिंस राज ने भी कार्यकर्ताओं को संबोधित किया है।
अप्रैल तक करें इंतजार
पारस ने कहा है कि हमारी पार्टी कि गठबंधन के साथ अपना गठबंधन करेगी यह बात हम अप्रैल महीने में बताएंगे हम गठबंधन के साथ ही चुनाव लड़ेंगे लेकिन इस बात की जानकारी हम अप्रैल महीने में राष्ट्रीय बोर्ड की बैठक के बाद घोषणा करेंगे।
लालू से गठबंधन राज की बात
लालू प्रसाद के परिवार से मुलाकात करने के सवाल पर पशुपति कुमार पारस ने कहा है कि राज की बात है और इसे हर जगह नहीं कहा जा सकता है। राज की बात राज रहने दिया जाए। लेकिन राजनीतिक गलियां में चर्चा है की पशुपति कुमार पारस और लालू परिवार के बीच लगभग सब कुछ फाइनल हो गया है और सिर्फ घोषणा ही बचा हुआ है।
वहीं प्रिंस पासवान ने कहा समय आने पर घोषणा कर देंगे अभी कुछ भी आप नहीं बताएंगे। हमारा परिवार का लालू जी के परिवार से एक अच्छा संबंध रहा है। पारिवारिक संबंध रहा है हम लोग वह लोग से बातचीत होती रहती है यह कोई बड़ी बात नहीं है।
रिपोर्ट - रिषभ कुमार