Bihar News : कोसी के कटाव को लेकर विधायक पर फूटा लोगों का गुस्सा, प्रशासन की लगाई गुहार, कहा- नदी में समा जायेगा पूरा गाँव

Bihar News : कोसी में कटाव को लेकर लोगों का गुस्सा फूट पड़ा. जिसके बाद लोगों ने जमकर प्रदर्शन किया. उन्होंने विधायक पर लापरवाही का आरोप लगाया है.....पढ़िए आगे

कोसी में कटाव - फोटो : DIWAKAR

SAHARSA : जिले के नवहट्टा प्रखंड क्षेत्र की सत्तौर पंचायत के वार्ड संख्या 5 और 6 में कोसी नदी का कटाव लगातार जारी है, जिसने ग्रामीणों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। कोसी नदी के भीषण कटाव की चपेट में आकर दर्जनों घर नदी में समाहित हो चुके हैं, और कई अन्य घर खतरे के मुहाने पर खड़े हैं। इस आपदा के कारण कई परिवार अपनी जान बचाने के लिए ऊंचे स्थानों पर शरण लेने को मजबूर हैं।

विधायक के प्रति आक्रोश, चुनाव बहिष्कार की धमकी

कटाव प्रभावित ग्रामीणों में स्थानीय महिषी विधानसभा क्षेत्र के जदयू विधायक गूंजेश्वर शाह और प्रशासन के प्रति भारी आक्रोश व्याप्त है। ग्रामीणों का स्पष्ट आरोप है कि विधायक और प्रशासन पूरी तरह नदारद हैं, और अब तक कोई भी राहत या मुआवजा नहीं दिया गया है। आक्रोशित ग्रामीणों ने आगामी चुनाव में वोट बहिष्कार करने की धमकी दी है। ग्रामीणों का कहना है कि अगर वे वोट का बहिष्कार नहीं करेंगे, तो अंतिम विकल्प के तौर पर महिषी विधानसभा क्षेत्र के राजद के पूर्व प्रत्याशी डॉ. गौतम कृष्ण के पक्ष में मतदान करेंगे। ग्रामीणों ने डॉ. गौतम कृष्ण की तारीफ करते हुए कहा कि उन्होंने प्रखंड विकास पदाधिकारी (BDO) की नौकरी छोड़कर जनता की सेवा के लिए दिन-रात काम किया है, और भ्रष्टाचार को देखते हुए ही उन्होंने अपने पद से त्यागपत्र दिया था।

कटाव रोधी कार्य में लापरवाही का आरोप

ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि जमीनी स्तर पर कोई कटाव रोधक कार्य सही से नहीं हुआ है। नेपाल से हाल ही में छोड़े गए पानी के कारण कोसी नदी का जलस्तर अचानक बढ़ गया था, और अब पानी घटने के साथ ही कटाव ने तेज़ी से विकराल रूप ले लिया है। इस कटाव से सैकड़ों घर परिवार प्रभावित हुए हैं। इसके साथ ही, सत्तौर स्थित प्रसिद्ध कबीर मठ भी अब कोसी नदी में समाहित होने के कगार पर है।

तत्काल राहत और पुनर्वास की मांग

कटाव की मार झेल रहे स्थानीय लोगों ने प्रशासन से तत्काल गुहार लगाई है। ग्रामीणों की मांग है कि अगर तुरंत कदम नहीं उठाए गए, तो पूरा गाँव नदी में समा जाएगा। उन्होंने प्रशासन से आग्रह किया है कि राहत कैंप, पुनर्वास और मुआवजा की तत्काल व्यवस्था की जाए, ताकि इन आपदा पीड़ित लोगों को बचाया जा सके और उनके जीवन को सामान्य बनाया जा सके।

सहरसा से दिवाकर की रिपोर्ट