12 महीने के कार्यकाल में हजारों लोगों का घर बसाया, एक भी नहीं उजाड़ा, तबादले के बाद बेटी की तरह महिला थानाध्यक्ष को किया विदा, आंखों से छलके आंसू

महिला थानाध्यक्ष को दी गई विदाई- फोटो : दीवाकर दिनकर

Saharsa - हाल के दिनों में जिस तरह पुलिस पर लोगों ने हमले किए, उसके बाद अगर यह कहें कि इन्ही ग्रामीणों की आंखों में एक महिला थानाध्यक्ष के तबादले के बाद  लोगों की लोगों की आंखों में आंसू थे। ग्रामीणों के लिए महिला थानाध्यक्ष ने इतना काम किया कि जब तबादले का समय आया तो उसे बेटी की तरह विदा किया। 

दरअसरल, कोसी क्षेत्र के डीआईजी मनोज कुमार द्वारा किए गए हालिया तबादलों के तहत, महिषी प्रखंड के जलई थाने की थानाध्यक्ष ममता कुमारी का तबादला सुपौल के बिपरा थाना क्षेत्र में हो गया है। आज सहरसा के जलई थाना क्षेत्र में उनकी विदाई के लिए एक भावुक समारोह आयोजित किया गया।

समारोह में हजारों ग्रामीणों ने ढोल बजाकर और फूल-मालाएं पहनाकर उन्हें विदाई दी। इस दौरान कई ग्रामीण भावुक हो गए।

जलई थाना क्षेत्र के मनवोर पंचायत के पैक्स अध्यक्ष तनजीम अहमद ने बताया कि ममता कुमारी ने मात्र 12 महीने के कार्यकाल में हजारों लोगों के घरों को टूटने से बचाया और किसी का भी घर उजाड़ा नहीं। उन्होंने अपने काम से लोगों के दिलों में एक खास जगह बनाई। वह जलई थाने में पदस्थापित होने वाली पहली महिला थानाध्यक्ष थीं।

"लोगों ने मुझे बेटी जैसा सम्मान दिया"

News4Nation के संवाददाता से बात करते हुए, पूर्व थानाध्यक्ष ममता कुमारी ने कहा कि उन्हें थाना क्षेत्र के लोगों ने एक बेटी के रूप में सम्मान दिया। उन्होंने भी हमेशा लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और उन्हें न्याय दिलाने की कोशिश की। उन्होंने कहा, "मैंने किसी का घर बर्बाद नहीं किया और इसी का नतीजा है कि आज मेरी विदाई पर इतने लोग भावुक हैं।"

उन्होंने आगे कहा कि कई थानाध्यक्षों का तबादला होता है, लेकिन इस तरह की विदाई बहुत कम लोगों को मिलती है। यह उनके कर्तव्य और ईमानदारी का परिणाम है।

रिपोर्ट - दिवाकर कुमार दिनकर